शिमला: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी को तत्काल प्रभाव से भंग करने के निर्णय की सराहना की है। इस फैसले के लिए उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा है कि यह उचित समय मे लिया गया उचित कदम है।
वीरभद्र सिंह ने गुरूवार को कहा कि वह पहले से ही इस बात पर जोर देते रहे है कि पार्टी में पदाधिकारी वह होना चाहिए जो आम लोगों के बीच अपना कुछ महत्व भी रखता हो। उन्होंने कहा कि जंबो कार्यकारिणी बनाने से कुछ नही होता। कार्यकारिणी में केवल निष्ठावान कार्यकर्ताओं को पूरा महत्व दिया जाना चाहिए।
वीरभद्र सिंह ने कहा कि पिछले छह वर्षो में वह प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की मजबूती के लिये प्रदेश कार्यकारिणी को सही करने की बात करते रहे। समय रहते उनकी इस बात को अनदेखा किया गया। यही कारण रहा कि प्रदेश में कांग्रेस कमजोर होती चली गई।
वीरभद्र सिंह ने कहा कि जो बीत गया सो चला गया। अब प्रदेश और देश में कांग्रेस पार्टी को मजबूत करने की बड़ी चुनौती है। प्रदेश में अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर के कंधों पर बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। पिछले लगभग एक वर्ष से जिस प्रकार वह प्रदेश में कांग्रेस की मजबूती के लिये कार्य कर रहें है वह तारीफ योग्य है। अब उन्हें नई कार्यकारिणी बनाने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। उन्हें भी उनकी सलाह रहेगी कि वह निष्ठावान व कर्मठ कार्यकर्ताओं को आगे लाने का पूरा प्रयास करें। अब जमाना नई शक्ति का है। इसके लिए नए ऊर्जावान युवाओं को आगे लाना होगा। प्रदेश कार्यकारिणी जल्द छोटी और संतुलित बनाई जानी चाहिए जिससे प्रदेश में कांग्रेस पूरी तरह पुनर्जीवित हो सके।
वीरभद्र सिंह ने कहा कि जल्द ही प्रदेश में ग्राम पंचायतों के चुनाव होने वाले है। इन चुनावों में हमें कांग्रेस पार्टी से जुड़े लोगों को आगे लाना होगा। उन्होंने कहा कि हॉल ही में कांग्रेस के प्रदेशव्यापी आंदोलन के दौरान जो जनसमर्थन पार्टी को मिला है उससे साफ है कि लोग कांग्रेस की राह देख रहे है।