सुंदरनगर : अब प्रदेश का कोई भी बच्चा धन के अभाव के कारण शिक्षा से वंचित नहीं रहेगा। इस ध्येय को लेकर नवगठित ‘प्रयास एक नई पहल’ संस्था का आगाज जिला मंडी के सरकाघाट में हुआ। इस अवसर पर संस्था के पदाधिकारियों व मेंबरों की एक महत्वपूर्ण बैठक भी आयोजित की गई। संस्था के बारे में जानकारी देते हुए अध्यक्ष राकेश ठाकुर ने कहा कि ‘प्रयास एक नई पहल’ संस्था का समाज के बीच आना शिक्षार्थियों के लिए एक सुखद संदेश है। उन्होंने कहा कि गरीबी के कारण प्रदेश के कई शिक्षार्थी अपने लक्ष्य को लेकर आगे नहीं बढ़ पाते हैं। जिसके लिए ‘प्रयास एक नई पहल’ सकरात्मक पहल साबित होगी।
वहीं ‘प्रयास एक नई पहल’ संस्था के सदस्य कमांडेंट विक्रम सिंह ठाकुर ने कहा कि संस्था चार आयामों में गरीब बच्चों के लिए कार्य करेगी। उन्होंने कहा कि इन चार आयोमों में एमबीबीएस, इंजीनियरिंग, एग्रीकल्चर व हॉर्टिकल्चर के लिए तैयारी, दसंवी पास सेना व पैरामिलिट्री टेस्ट की तैयारी, कानूनी सहायता और रोजगार सेल में 2 लाख से कम सालाना आय वाले गरीब बच्चों की सहायता की जाएगी। उन्होंने कहा कि समाज सेवा के पवित्र उद्देश्य को लेकर हमने ‘प्रयास एक नई पहल’ संस्था का गठन किया है। इसका मुख्य उद्देश्य गरीबों का उत्थान करना है। जिन परिवारों की वार्षिक आय 2 लाख रुपए या इससे कम है। उनके बच्चे शिक्षा के क्षेत्र में संस्था से लाभ ले सकते हैं।
नीट, जेईई व अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में उन परिवार के बच्चों को प्राथमिकता दी जाएगी, जिनकी वार्षिक आय 2 लाख या इससे कम है। संस्था बच्चों को इन परीक्षाओं में फ्री कोचिंग देगी। इसमें क्षेत्र, जाति, धर्म व किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आर्मी, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल तथा हिमाचल प्रदेश पुलिस आदि के लिए भी फ्री कोचिंग दे रहे हैं। संस्था जरूरतमंद उन परिवारों के लिए भी मुफ्त कानूनी सहायता उपलब्ध करवाएगी, जिनकी वार्षिक आय 2 लाख या इससे कम है।
संस्था नौजवानों को प्रगति के रास्ते और देश के पुनर्निर्माण के लिए तैयार करना चाहती है। समाज के उत्थान के लिये किये जा रहे। इस कार्य के लिए संस्था सरकार और आम जनता से किसी भी प्रकार का अनुदान नहीं लेगी। छात्रों के आर्थिक, सामाजिक, आध्यात्मिक व शारीरिक महत्व को ध्यान में रखकर ही संस्था अपनी गतिविधियों को प्रसारित और प्रचारित करेगी।