वी कुमार/मंडी
14 वर्षों का बनवास झेल रहे अंशकालीन जलवाहक और सेवादार अब क्रमिक अनशन पर उतर आए हैं। सीएम के गृहजिले के अंशकालीन जलवाहकों ने क्रमिक भूख हड़ताल शुरू कर दी है। आज इस हड़ताल का दूसरा दिन है। जलवाहक कम सेवादार संघ जिला के प्रधान भुट्टू राम ने बताया कि सरकार समाज के गरीब और पीडि़त वर्ग के साथ अन्याय कर रही है। जलवाहक और सेवादार के पद पर विधवाओं, गरीबों और अपंगों को ही रखा जाता है।
इस वर्ग को 14 वर्ष का बनवास झेलने के बाद नियमित किया जा रहा है। 9 वर्षों तक अंशकालीन सेवाएं ली जा रही हैं, जबकि 5 वर्षों तक दिहाड़ीदार रखा जा रहा है। इन्होंने सरकार से मांग उठाई है कि बनवास की इस अवधि को 14 से घटाकर 10 वर्ष किया जाए। इसके साथ ही भविष्य में अंशकालीन जलवाहकों को 5 वर्षों के बाद दिहाड़ीदार और फिर 3 वर्षों के बाद नियमित करने का प्रावधान भी किया जाए।
वहीं अंशकालीन जलवाहकों के वेतन में भी बढ़ोतरी की जाए, क्योंकि महंगाई के इस दौर में मात्र 2400 रूपयों में गुजारा कर पाना संभव नहीं। इन्होंने इस वर्ग के कर्मचारियों की रिटायरमेंट एज 58 से बढ़ाकर 60 करने की भी मांग उठाई है। जिला प्रधान भुट्टू राम का कहना है कि अगर सरकार 10 दिनों के भीतर कोई निर्णय नहीं लेती है तो फिर इस आंदोलन को तेज किया जाएगा, जिसकी सारी जिम्मेदारी सरकार की होगी।