एमबीएम न्यूज़ /शिमला
जूनियर अॉफिस अस्सिस्टेंट पोस्ट कोड 556 के अंतिम परिणाम निकालने पर अब भी आयोग असमंजस में है। अंतिम परिणाम कब तक निकाला जायेगा, इसको लेकर कोई स्थिति साफ़ नहीं की जा रही है। यह आरोप पोस्ट कोड के तहत संघर्ष संघ ने लगाया है। मालूम हो कि पोस्ट कोड 556 पर लगी रोक (स्टे) को निष्क्रिय करवाने के लिए आयोग द्वारा माननीय ट्रिब्यूनल कोर्ट में पंजीकृत एमए संख्या नं. 847/2018 में एक हलफ़नामा दायर किया था।
याचिकाकर्ताओं का कहना है कि पोस्ट कोड 556 पर लगी रोक को निष्क्रिय करवाने का मुख्य कारण अब भी वही है, लेकिन माननीय न्यायालय के केस CWP No. 1964/2018 में अंतिम आदेश आने के एक महीना बीत जाने के बाद भी आयोग अब तक परिणाम न घोषित करके जान बूझकर माननीय न्यायालय के आदेशों की अवहेलना कर रहा है। याचिकाकर्ताओं ने आयोग से अपील की है कि माननीय उच्च न्यायालय के आदेशों के अनुसार जल्दी से जल्दी परिणाम घोषित करें, अन्यथा परिणाम घोषित न होने की स्थिति में कानूनी सहारा लेने के लिए बाध्य होंगे। संघर्ष संघ कहना है कि देरी की वजह से युवाओ भविष्य अधर में लटका हुआ है।
Latest
- #Himachal : IPL के बीच रैना पर टूटा दुखों का पहाड़, सड़क हादसे में ममेरे भाई की मौत
- एमए अंग्रेजी में फेल हुए छात्रों की मांग पर HPU ने गठित की कमेटी
- चुनावी माहौल के बीच ऊना में कार से बरामद हुई नकली करेंसी
- हिमाचल के बेटे ने एशियन गेम्स मेडलिस्ट को दी मात, गोल्ड वाले से बेहतर प्रदर्शन
- चियोग स्कूल की अंजली ने काॅमर्स संकाय में 91% अंक लेकर माता-पिता का नाम किया रोशन