नितेश सैनी/ सुंदरनगर
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला के सुंदरनगर में 28 घंटे बीत जाने के बाद भी ट्रैफिक रुक-रुक कर चल रहा है। चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाइवे 21 पर जड़ोल में बुधवार देर शाम हुए भारी भूस्खलन के 28 घंटे बीतने के उपरांत भी मार्ग को सिर्फ एक तरफा ही खोला जा सका है।
जानकारी के अनुसार बुधवार देर शाम हुए इस भूस्खलन के कारण एनएच-21 बंद होने के उपरांत 2 घंटे के बाद मार्ग को एक तरफा ट्रैफिक के लिए खोल दिया गया था। लेकिन मार्ग बहाली के कुछ ही समय के बाद फिर से मलबा आने के कारण बंद हो गया। वहीं प्रशासन द्वारा मौके पर भेजी गई जेसीबी मशीनों ने फिर से मार्ग को बहाल किया। सुंदरनगर उपमंडल के जड़ोल में मिट्टी की ढांक से एनएच 21 पर पहाड़ी से मलबा,पत्थर व पेड़ गिरने के कारण बाधित हो गया था। वहीं एक ही जगह पर बार-बार भूस्खलन होने के कारण फोरलेन प्रबंधन व सुंदरनगर प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं। भूस्खलन के समय मार्ग से बरमाणा के बाईक सवार बिलासपुर की ओर जा रहे थे जो इस भूस्खलन की चपेट में आने से बाल-बाल बच गए। वहीं इस भूस्खलन के कारण फोरलेन पर दोनों तरफ कई किलोमीटर तक वाहनों की लंबी कतारें लग गई थी। इस कारण वाहन चालकों सहित पर्यटकों को परिवार सहित भारी परेशानी हुई। वहीं जड़ोल ढांक में एनएचएआई के फोरलेन कार्य में कार्यरत कंपनी द्वारा पहाड़ी की कटिंग तो कर दी गई है,लेकिन मौके पर ढंगा लगाना भूल गई है।
उधर एसडीएम राहुल चौहान ने बताया कि जड़ोल ढांक में बार-बार हो रहे भूस्खलन के असली कारणों के बारे में एनएचएआई प्रबंधन ही बता सकता है। मौके पर अधिक मात्रा में पानी व आद्रता होना भी एक वजह हो सकती है। मौके पर धूप खिलने के बाद बाद भूस्खलन शाम के समय ही होता है। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए मौके पर जेसीबी तैनात हैं। वाहनों के लिए दो तरफा बहाली कर दी जाएगी।
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