वी कुमार /मंडी
केंद्र सरकार से पर्यटन विकास के लिए 1900 करोड़ की राशि मिलने के बाद अब हिमाचल सरकार ने इस दिशा में आगे बढ़ना शुरू कर दिया है। अनछुए पर्यटन स्थलों को विकसित करने के साथ-साथ अब वॉटर टूरिज्म को बढ़ावा देने की दिशा में कदम आगे बढ़ने लगे हैं। इसके लिए ऊर्जा विभाग मंडी जिला के लिए विशेष योजना तैयार करने जा रहा है।
ऊर्जा मंत्री अनिल शर्मा सोमवार को डीसी मंडी ऋग्वेद ठाकुर सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मिलकर जिला के दो प्रमुख बांधों और एक जलाशय का दौरा करेंगे। इसमें पंडोह और लारजी डैम के साथ-साथ बीबीएमबी की सुंदरनगर झील भी शामिल है। यहां पर वॉटर टूरिज्म की अपार संभावनाएं हैं लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई सार्थक प्रयास न होने के कारण इन्हें पर्यटन के लिहाज से विकसित नहीं किया जा सका है। राज्य सरकार यहां पर कुछ ऐसी गतिविधियां करना चाहती है जिससे कुल्लू-मनाली की तरफ जाने वाले पर्यटकों को यहां कुछ क्षण के लिए रोका जा सके।
उन्हें एडवैंचर से रिलेटिड टूरिज्म का अहसास करवाया जा सके। लारजी और पंडोह में डैम बनने के कारण जो पानी रोका गया है। उससे आस-पास के इलाके की सुंदरता तो बढ़ी है साथ ही यहां पर्यटन विकास की भी अपार संभावनाएं बनी हैं। वहीं सुंदरनगर में बीबीएमबी के जलाशय को यहां आने वाले पर्यटक सिर्फ दूर से ही निहार कर आगे निकल जाते हैं। लेकिन भविष्य में पर्यटकों को यहां रूकने का पूरा मौका मिलेगा।
ऊर्जा मंत्री अनिल शर्मा ने बताया कि पर्यटन विकास को लेकर क्या कुछ नया किया जा सकता है इस दिशा में सरकार पूरी तरह से प्रयास कर रही है। उन्होंने बताया कि सोमवार को वह खुद प्रशासनिक अधिकारियों के साथ लारजी और पंडोह डैम तथा बीबीएमबी झील सुंदरनगर का दौरा करेंगे और वहां पर्यटन विकास की पूरी रिपोर्ट बनाकर सरकार को भेजेंगे।