एमबीएम न्यूज / नाहन
सिरमौर के ट्रांसगिरि की होनहार बेटी लक्ष्मी शर्मा की अनदेखी बदस्तूर जारी है। पेसापॉलो की अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी ने देश को फिनलैंड में आयोजित वल्र्ड कप में कांस्य पदक जितवाने में सफलता पाई थी। उस वक्त प्रदेश में कांग्रेस की सरकार काबिज थी। बेटी को सौतेले व्यवहार का सामना करना पड़ा। सत्ता परिवर्तन के बाद भी लक्ष्मी शर्मा को सिवाए आश्वासनों के कुछ नहीं मिल रहा। लाजमी तौर पर खिलाडिय़ों के हौंसले टूट रहे हैं।
लक्ष्मी का दर्द साफ नजर आया। बोली, किसी को डीएसपी तो किसी को एएसआई बना दिया गया तो कई खिलाड़ी नौकरी की तलाश में मैडल व प्रमाणपत्र लेकर इधर से उधर भटक रहे हैं। यहां तक की कईयों को दिहाड़ी कर भी गुजर बसर करना पड़ता है। सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया तो लक्ष्मी शर्मा जैसे शालू शर्मा व हरजीत कुमार की तरह हजारों खिलाडिय़ों को भटकते ही रहने पर विवश होना पड़ेगा।
अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी का यह भी कहना है कि पक्षपात कर कईयों को लाखों रुपए दे दिए गए, जबकि कई खिलाडिय़ों को मान-सम्मान तक नहीं दिया गया। लक्ष्मी की मांग है कि खिलाडिय़ों को स्पोर्टस कोटा देने का एक ठोस मापदंड होना चाहिए, ताकि हरेक को आगे बढऩे का मौका मिल सके।
सनद रहे कि कुछ माह पहले अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी शालू शर्मा का एक वीडियो एमबीएम न्यूज नेटवर्क में ही अपलोड हुआ था। इसके बाद सरकार की नींद तो टूटी। आनन-फानन में शालू के घर पर टीम भेजी गई, लेकिन अब तक कोई सकारात्मक खबर नहीं आई है।