सुंदरनगर (एमबीएम न्यूज़) : मनाली में सदिग्ध परिस्तिथियों में 17 अक्तूबर को मिले 25 वर्षीय युवक गोपाल शर्मा पुत्र स्वर्गीय कमलेश्वर शर्मा के शव को लावारिस बताकर अंतिम संस्कार तूल पकड़ रहा है। मामले में कोताही बरतने पर मुंशी रामलाल को सस्पेंड किया गया है। साथ ही कांस्टेबल विनोद कुमार को मंडी लाईन हाजिर किया गया है।
पुलिस ने आरोपी विनीत उर्फ़ विक्की पुत्र देवी राम निवासी भलवाण (ऊपर बहली) सहित पंकज शर्मा उर्फ़ पंकु पुत्र ज्योति प्रकाश गांव मझरोट (चाम्बी ) को गिरफ्तार कर लिया है। दूसरी और गुस्साए ग्रामीणों व परिजनों ने शनिवार को भी विरोध प्रदर्शन जारी रखा। सैंकड़ो लोगो ने आरोपी विनीत व पंकज का पोस्टर हाथ में ले मुर्दाबाद के नारे लगते हुए रैली निकाली और धनोटू में उनके पुतले फुके।
इस मौके पर तकरीबन एक दर्जन पुलिस के जवान मौके पर मौजूद रहे। थाना प्रभारी सुरेन्द्र धर्माणी का कहना है कि दोनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है जिन्हें कल जज के समक्ष पेश किया जाएगा। वही एसपी अशोक कुमार ने कहा कि मामले में कोताही बरतने के लिए दो पुलिस कर्मियो के खिलाफ कार्रवाही की गई है।
क्या था मामला?
मनाली के गुलाबा में सदिग्ध परिस्तिथियों में 17 अक्तूबर को एक युवक का शव मिला था। उसी दिन युवक के परिजनों ने सुंदरनगर थाना में युवक की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया और इस बारे परिजनों की शिकायत दर्ज नहीं की गई। जबकि प्रदेश के अन्य थानों में युवक की गुमशुदगी की इतला दी गई थी। उधर युवक की लाश मिलने पर मनाली पुलिस द्वारा सभी थानों को सूचना दी गई, लेकिन सुंदरनगर पुलिस ने फिर ढील ही बरती। परिजनों का पता न चलने पर मनाली पुलिस ने शव का अंतिम संस्कार करवा दिया। छानबीन के बाद जब परिजनों को पुलिस की कार्यप्रणाली का पता चला तो शुक्रवार को बीएसएल थाने का घेराव कर जमकर नारेबाजी की।
मनाली के गुलाबा में सदिग्ध परिस्तिथियों में 17 अक्तूबर को एक युवक का शव मिला था। उसी दिन युवक के परिजनों ने सुंदरनगर थाना में युवक की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया और इस बारे परिजनों की शिकायत दर्ज नहीं की गई। जबकि प्रदेश के अन्य थानों में युवक की गुमशुदगी की इतला दी गई थी। उधर युवक की लाश मिलने पर मनाली पुलिस द्वारा सभी थानों को सूचना दी गई, लेकिन सुंदरनगर पुलिस ने फिर ढील ही बरती। परिजनों का पता न चलने पर मनाली पुलिस ने शव का अंतिम संस्कार करवा दिया। छानबीन के बाद जब परिजनों को पुलिस की कार्यप्रणाली का पता चला तो शुक्रवार को बीएसएल थाने का घेराव कर जमकर नारेबाजी की।