नाहन (एमबीएम न्यूज): शहर में एक महिला द्वारा पत्रकारों के खिलाफ शुरू की गई झूठी मुहिम पर सिरमौर प्रेस क्लब ने कड़ा संज्ञान लिया है। वीरवार को क्लब की आपातकालीन बैठक बुलाई गई, जिसकी अध्यक्षता महासचिव सूरत पुंडीर ने की। इसके बाद डीसी बीसी बडालिया के साथ भी एक बैठक आयोजित हुई, जिसमें एसडीएम कृतिका कुल्हारी, सहायक पुलिस अधीक्षक डॉ. मोनिका, डीपीआरओ बीआर चौहान व तहसीलदार भी मौजूद थे। पत्रकारों ने साफ कर दिया है कि इस मामले में समझौते की कोई गुंजाइश नहीं है।
पत्रकारों की आपातकालीन बैठक में तीन दर्जन पत्रकारों में 7-8 महिला पत्रकार भी मौजूद रही। 72 घंटे के भीतर मांगें पूरी न होने की सूरत में पत्रकारों ने क्रमिक भूख-हड़ताल की चेतावनी दी है। पत्रकारों ने प्रशासन पर आरोप लगाया है कि एक महिला लगातार पत्रकारों को शर्मनाक तरीके से बदनाम करने की साजिश कर रही है, लेकिन प्रशासन चुप्पी साधे तमाशा देख रहा है। बैठक में तीन सदस्यीय टीम गठित की गई, जो कथित महिला पत्रकार द्वारा सोशल मीडिया में किए गए झूठे प्रचार का डाटा एकत्रित करेगी।
इसके अलावा तीन सदस्यीय टीम को कथित महिला पत्रकार व एक न्यूज वैब पोर्टल के मालिक व समाचार संपादक के खिलाफ मानहानि का दावा करने की रूपरेखा तैयार करेगी। बैठक में पांवटा साहिब से संजीव शर्मा, जसवीर हंस व उपासना शर्मा के अलावा आशा नेगी, राजेश परमार, दीक्षा कश्यप व श्वेता शर्मा को क्लब की सदस्यता देने का फैसला लिया गया। बैठक में झूठे प्रचार में शामिल महिला को सिरमौर प्रेस क्लब से स्थाई तौर पर निष्कासित करने का निर्णय भी लिया गया।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि अगर 72 घंटे में कार्रवाई नहीं होती है तो क्रमिक भूख-हड़ताल की रूपरेखा क्लब के सचिव सूरत पुंडीर द्वारा निभाई जाएगी।
मांगें :
1. महोदय, इश्तहार पर प्रीटिंग प्रेस का नाम होता है, लेकिन धरने पर बैठी महिला द्वारा छपवाए गए इश्तहारों पर किसी भी प्रिंटिग प्रेस का नाम नहीं है। प्रिंटिग प्रेस का पता करवाने के बाद जांच की जाएं।
2. इस समूची साजिश में एक वैबसाइट का समाचार संपादक भी शामिल है, जो इस महिला का उकसा रहा है। महिला अब इस बात की धमकी दे रही है कि वो अब आत्महत्या कर लेगी। लिहाजा अगर भविष्य में यह महिला इस तरह का कोई कदम उठाती है तो इसमें साजिशकर्ता वैबसाइट का समाचार संपादक भी शामिल हो सकता है। ऐसी स्थिति में सिरमौर प्रेस क्लब का कोई भी सदस्य जिम्मेदार नहीं होगा।
3. तत्काल प्रभाव से पुलिस को कथित महिला पत्रकार व वैबसाइट के समाचार संपादक के खिलाफ Criminal Defamation का मामला दर्ज करने के आदेश दिए जाएं।
4. सोशल मिडिया में बगैर सबूतों के पत्रकारों के खिलाफ प्रचार-प्रसार पर पुलिस को आईटी एक्ट के तहत अलग से मामला महिला, समाचार सम्पादक व एचपी वुमेन जर्नलिस्ट एसोसिएशन के खिलाफ दर्ज करना होना।
5. आप वाकिफ है कि कथित महिला पत्रकार द्वारा एक प्रतिष्ठित समाचार पत्र के कार्यालय में घुसकर ब्यूरो चीफ पर हमला किया गया था, जिसका आपराधिक मामला दर्ज है, इस मामले का स्टेटस भी बताया जाए।
6. एक महिला बिना अनुमति के धरने पर बैठती है तो आपके स्तर पर क्यों कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस पर महिला के खिलाफ अलग से कार्रवाई होनी चाहिए।
7. ऐसे न्यूज पोर्टल पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगना चाहिए, जो व्यक्तिगत एजैंडे को लेकर खबरें प्रकाशित कर रहे हैं।
8. साफ शब्दों में मांग की जा रही है कि इस महिला को पत्रकार की हैसियत से नहीं लिया जाए, क्योंकि पत्रकारिता का अनुचित तरीके से लाभ उठाने की कोशिश की जा रही है।
9. धरने पर बैठी महिला बार-बार कई समाचार पत्रों का नाम अपने साथ जोडती है। यह पता किया जाएं कि उन समाचार पत्रों से इस महिला को क्यों निकाला गया।
10. महोदय, सिरमौर प्रेस क्लब आपसे यह भी मांग करता है कि इस महिला की संपत्तियों की जांच की जाएं।
11. महोदय, कथित महिला पत्रकार व उसके पति के बैंक अकाउंट की भी जांच की जाएं कि गत तीन वर्षो में इन दोनों के बैंक खातों में कितनी ट्रांजेकशन हुई व कहां से हुई। साथ ही उसके राज कम्युनिकेशन की भी जांच की जाएं कि जो मोबाइल व अन्य सामान की खरीद फरोख्त करता है, क्या उसके सही बिल वाउचर है तथा उसके मुताबिक क्या सरकार को टैक्स अदा हुआ है या नहीं।
72 घंटे के भीतर हमारी मांगें अगर पूरी नहीं होती है तो मजबूरन सिरमौर प्रेस क्लब के सदस्य क्रमिक भूख-हड़ताल शुरू करेंगें। जिसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।