मंडी (वी कुमार): हिमाचल प्रदेश की मौजूदा कांग्रेस सरकार का कार्यकाल पूरा होने ही वाला है। प्रदेश में कभी भी चुनावों का शंखनाद हो सकता है और ऐसे में मौजूदा सरकार को एक बार फिर से जनता के बीच जाकर वोट मांगने हैं। ऐसे में सरकार अपने पांच वर्षों के विकास कार्यों का लेखा जोखा भी जनता के समक्ष पेश करेगी।
बड़ा सवाल यह है कि सरकार उन अधूरे विकास कार्यों का जनता को किस प्रकार से जबाव देगी जिनके शिलान्यास तो कर दिए गए थे लेकिन उसके बाद वहां पर विकास के नाम पर एक नया पत्थर तक नहीं लग पाया है। हिमाचल प्रदेश में सैंकड़ों ऐसे शिलान्यास हैं जहां पर एक ईंच भी काम नहीं हो सका है और जिला में भी दर्जनों ऐसी शिलान्यास पट्टिकाएं मौजूद हैं।
शहर की बात करें तो सीएम वीरभद्र सिंह ने अपने मौजूदा कार्यकाल के दौरान यहां पर करोड़ों के शिलान्यास किए हैं। एमबीएम न्यूज़ नेटवर्क ने इन शिलान्यासों की हकीकत जानने का प्रयास किया। तीन प्रमुख ऐसे शिलान्यासों का जिक्र हम करने जा रहे हैं जो सीधे तौर पर जनता के साथ जुड़े हैं और जनता इन शिलान्यासों के कार्यों के पूरा होने का इंतजार कर रही है।
27 फरवरी 2014 को सीएम वीरभद्र सिंह ने अपने मंडी दौरे के दौरान मंडी शहर के लिए दो कार पार्किंग और व्यवसायिक परिसरों की आधारशिला रखी। दोनों करोड़ों की लागत से बनने हैं और उस वक्त इनके बनने का समय भी निर्धारित किया गया था। लेकिन दुख की बात है कि आज दिन तक इन शिलान्यासों का एक ईंच काम भी नहीं हो सका है।
शहर दिनों दिन पार्किंग की समस्या से जूझता जा रहा है लेकिन सरकार का इस ओर कोई ध्यान नहीं है। बताया जा रहा है कि इनके निर्माण में जो अड़चनें आई हैं उन्हें दूर करने में इतना अधिक विलम्ब हो रहा है कि वर्षों का समय बीत जाने के बाद भी काम शुरू नहीं हो पा रहा है। पार्किंग के साथ यहां पर व्यवसायिक परिसर भी बनने थे, जिससे सैंकड़ों की संख्या में लोगों को रोजगार मिलना था लेकिन आज दिन तक लोग इस रोजगार का इंतजार ही करते रह गए और काम शुरू नहीं हो सका। वहीं गत वर्ष यानी 25 सितंबर 2016 को सीएम वीरभद्र सिंह ने बेघर लोगों के लिए रैन बसेरे की आधारशिला रखी।
केंद्र सरकार द्वारा फंडिड इस प्रोजेक्ट को एक वर्ष में बनकर तैयार होना था, लेकिन आज दिन तक इस कार्य की शुरूआत भी नहीं हो सकी। इस कार्य में एफसीए की अड़चन बताई जा रही है जिसके दूर होते होते शायद अभी वर्षों और बीतने वाले हैं। लोगों में इस बात को लेकर भारी आक्रोश है कि सीएम साहब शिलान्यास तो कर जाते हैं लेकिन बाद में उन कार्यों को आगे नहीं बढ़ाया जाता।
लोगों का आरोप है कि सिर्फ वोट बैंक की राजनीति करने के लिए इस प्रकार के शिलान्यास किए जाते हैं ताकि लोगों को भ्रमित किया जा सके। लोगों ने मांग उठाई है कि सरकार ने जिन जिन कार्यों के शिलान्यास किए हैं उन कार्यों को जल्द से जल्द पूरा किया जाए।