कुल्लू (नीना गौतम) : वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं पीसीसी सचिव सुंदर सिंह ठाकुर ने कहा है कि कुल्लू के विधायक महेश्वर सिंह अभद्र भाषा का प्रयोग एवं रूढ़ीवादी नीति के आचरण को त्यागें, अन्यथा घातक परिणाम सहने को तैयार रहें। उन्होंने कहा कि कुल्लू के विधायक राज परिवार से संबंध रखते हैं तथा राजशाही वाला रवैया आज भी उनके जहन में है। इसलिए वह हर स्थान पर अपने-आप को श्रेष्ठ कहलाने की कोशिश में रहते हैं। उन्होंने कहा कि लोकतांत्रित व्यवस्था में हर नागरिक के समान अधिकार होते हैं तथा उन्हें अच्छे-बूरे की भली-भांति परख होती है।
सुंदर ठाकुर ने कहा कि महेश्वर कुछ समय से अधिक सक्रियता दिखा रहे हैं जिसके कई मायने है। उन्होंने कहा कि महत्त्वपूर्ण तो यह कि वह भाजपा में आकर बेगानी शादी में अब्दुला दीवाना जैसा महसूस कर रहे है। इसलिए अपने भविष्य को लेकर बौखला गए हैं तथा दबंगपूर्ण आचरण को अपनाना शुरू कर दिया है।
कुल्लू जिला मुख्यालय स्थित ढालपुर में प्रेस प्रतिनिधियों से बातचीत के दौरान सुंदर सिंह ने कहा कि विधायक गत माह से अधिक सक्रिय दिख रहे हैं तथा स्थान-स्थान पर जाकर विकास कार्यों की कार्यप्रणाली पर प्रश्रचिंह लगाने का प्रयास में हैं। उन्होंने कहा कि जो समर्पित भाव से जनता का सेवक होता है वे विकास के कार्यों में कभी भी बाधा उत्पन्न करने की कोशिश नहीं करते। भले ही विकास किसी भी माध्यम से हो रहा हो।
सुंदर ठाकुर ने कहा कि कुल्लू के विधायक महेश्वर सन 1977 से राजनीति में सक्रिय हैं तथा यहां की राजनीति में वह सबसे अधिक समय पर बने रहे। इस लिहाज से वह बताएं कि कुल्लू की ऐसी कौन की योजना-परियोजना है जिसके साथ उनका नाम जुड़ा हो। उन्होंने कहा कि जिला से संबध नेता स्व. लाल चंद प्रार्थी, स्व. कुंज लाल, स्व. राजकृष्ण गौड़, दिले राम शबाब, सत्य प्रकाश ठाकुर तथा स्व. कर्ण सिंह ने जिला के विकास के लिए अनेक ऐसे योजनाएं-परियोजनाएं स्थापित की हैं, जिनके नाम से ये नेता अमर हैं।
उन्होंने कहा कि महेश्वर सिंह 2012 में विधायक बनने के बाद से तीन सालों तक चप्पडग़ंजू बनकर प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र के पीछे घूमते रहे और 25 अगस्त, 2015 को कांग्रेस पार्टी से समर्थन वापस लेने की बात कही तथा वर्तमान में भाजपा में आकर भी बेगानी शादी में अब्दुला दीवाना, जैसा महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि महेश्वर आज भी अपनी खोई हुई प्रतिष्ठा की खोज में हैं, इसलिए कई बार अपना आपा खोकर धृष्टतापूर्ण शब्दों का प्रयोग कर रहे हैं।
प्रदेश कांग्रेस सचिव सुंदर ठाकुर ने बताया कि कुल्लू के विधायक कई स्थानों पर यह साबित करने की कोशिश करते हैं कि जिला के जितने भी विकास कार्य हो रहे हैं वे उनके पत्र लिखने से हो रह हैं लेकिन यह बात यथार्थ से कोसों दूर है। उन्होंने कहा कि महेश्वर रात को चिट्ठी लिखते हैं जबकि कांग्रेस पार्टी का हरेक कार्यकर्ता दिन के समय होश-हवास में निवेदन-पत्रों को प्रेषित कर विभिन्न विकास कार्यों की स्वीकृति प्राप्त कर रहे हैं और इसी बात से वह खफा हैं।
उन्होंने कहा कि विधायक कई बार विकास के कार्यों में रोड़ा डालने की कोशिश कर चुके हैं और बाद में जब कार्य संपंन्न होता है तो उसका श्रेय लेने में भी पीछे नहीं हटते। हाल ही में एक शिक्षा अधिकारी के दफ्तर में विधायक द्वारा धरना प्रदर्शन को लेकर सुंदर ने कहा कि अब हिमाचल में भी यूपी-बिहार जैसी दबंगई का दौर आरंभ हो चुका है। उन्होंने कहा कि एक अधिकारी व वहां के कर्मचारियों को 2 घंटे तक बंदी बनाकर रखना और उसे भला-बुरा कहना कहा कि समझदारी है। उन्होंने कहा कि उक्त अधिकारी विधायक के विरूद्ध मामला दर्ज कर सकता है।
सुंदर ठाकुर ने विधायक को नसीहत दी है कि वह सभ्य राजनीति करें, संतुलन बनाए रखें तथा अपने को ज्ञानी और लोगोंं को मुर्ख समझने की भूल न करें अन्यथा काले झंडे दिखाने की बजाए अपना ही काला मुंह न हों।