राकेश कुमार / सोलन: लम्बे समय से अपनी नियुक्तियों का इंतजार कर रहे जेबीटी प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके प्रशिक्षिकों को अब क्रमिक अनशन पर बैठने को मजबूर होना पड़ रहा है । प्रदेश के अंदर 2008-10 में लगभग 23 सौ सरकारी व गैर सरकारी जेबीटी प्रशिक्षित प्राप्त करने वाले प्रशिक्षिको को अब दर-दर की ठोकरे खाने के लिए मजबूर है । प्रशिक्षित जेबीटी अपनी नियुक्ति को लेकर पिछले डेढ वर्ष से लगातार सरकार से संपर्क साधते रहें है । लेकिन लगता है कि सरकार जेबीटी की बहुप्रशिक्षित मांग पर गंभीर नहीं है । जिला सोलन के चिल्ड्रन पार्क स्थित सोलन जिले के जेबीटी प्रशिक्षितों ने क्रमिक अनशन पर बैठ कर सरकार के खिलाफ अपना आंदोलन शुरू कर दिया है । क्रमिक अनशन पर बैठे जेबीटी प्रशिक्षितों का कहना है कि जेबीटी के प्रदेशाधिकारी लगातार सरकार के संपर्क में है,लेकिन सरकार की तरफ से अभी तक कोई भी सकारात्मक कदम नहीं उठाया है । इसी को देखते हुए जेबीटी प्राप्त प्रशिक्षिकों ने सरकार के नकारात्मक रवैये पर संघर्ष का रास्ता अपना लिया है । अब जेबीटी प्रशिक्षण प्राप्त चुके प्रक्षिशित ने तब तक संघर्षरत रहने का निर्णय लिया है जब तक की प्राथमिक स्कूलों में उनकी तैनाती नहीं हो जाती है । इस बारे में 2008-10 बैच के जेबीटी प्रशिक्षितों का कहना है कि वह डेढ वर्ष पूर्व जेबीटी का प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके है,लेकिन सरकार कि ओर से अभी तक कोई भी नियुक्तियां प्रदान नहीं की गई है । इसके साथ इनका कहना है कि इनके उपर टेट यानि अध्यापक पात्रता परिक्षा देने का दबाव बनाया जा रहा र्है जो कि सरासर गलत है, क्योंकि प्रदेश में टेट 5 मार्च 2011 को लागू हुआ है और वह 2010 में जेबीटी परिक्षा से पास आउट हो चुके है वहीं इन्होने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार प्रदेश के अन्दर दोहरी राजनीति कर रही है एक तरफ भाषा अध्यापकों को बिना टैट के नियुक्तियां दी जा रही है वहीं जेबीटी प्रशिक्षितों को नजर अंदाज करके बेरोजगार बन कर रहना पड़ रहा है ।
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