माधवी पंडित / ज्वाली
उपमंडल के तहत पौंग डैम में वन विभाग के कर्मचारियों पर हमला किया गया है। घटना में दो महिला वन कर्मियों को मामूली चोटें आई हैं। जानकारी के मुताबिक टीम के अन्य सदस्यों के साथ मारपिटाई हुई है। हैरान कर देने वाली बात यह है कि वीरवार को भी वन विभाग की टीम निहत्थे ही कार्रवाई के लिए मौके पर पहुंची थी।
पौंग डैम की भूमि में गुज्जर समुदाय पशुओं को चराने का कार्य करते हैं। बीबीएमबी की भूमि में बर्ड सेंचुरी भी है। वीरवार को वन विभाग की टीम हाईकोर्ट के आदेश के तहत गुज्जर समुदाय के लोगों को यहां से हटाने की कार्रवाई अमल में लाई जा रही थी। वन विभाग का तर्क था कि सेंचुरी एरिया में भी पशुओं को चराने का कार्य किया जा रहा था।
स्थानीय लोगों के बीचबचाव पर वन विभाग की टीम को बचाया गया। गुज्जर समुदाय के पुरुषों ने मौके से फरार होने में देर नहीं लगाई, जबकि महिलाएं मौके पर मौजूद हैं। उधर नगरोटा सूरियां के वन परिक्षेत्र अधिकारी दलीप धीमान का कहना था कि हाईकोर्ट के आदेशानुसार कार्रवाई की जा रही थी।
उधर वन विभाग में पुलिस की कार्रवाई को लेकर भी गहरा रोष है। आरोप लगाया जा रहा है कि मौके से हमलावरों को फरार करने में मदद ली गई। उधर डीएफओ (वाइल्ड लाइफ) कृष्ण कुमार का कहना था कि मामला एसपी के समक्ष उठाया गया है। जहां से उन्हें उचित कार्रवाई का आश्वासन मिला है। उन्होंने बताया कि मौके पर मौजूद स्टाफ के फीडबैक के मुताबिक चार कर्मियों पर हमला किया गया। फिलहाल यह नहीं बताया जा सकता कि कर्मचारियों को कितनी चोटें आई हैं।
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