शिमला (एमबीएम न्यूज): ट्रांसपोर्ट मल्टी पर्पज असीस्टेंट (टीएमपीए) की भर्ती को लेकर सरकार की कोई प्रतिक्रिया न आने पर बेरोजगार युवाओं का बड़ा तबका निराश है। साथ ही रोष भी पनप रहा है। नाराजगी इस बात पर जाहिर की जा रही है कि निगम के मुख्यालय में परिणाम तैयार है, लेकिन सरकार इसे घोषित करने की अनुमति प्रदान नहीं कर रही है।
टीएमपीए संघर्ष समिति ने नई सरकार को जल्द से जल्द परिणाम घोषित करने का आग्रह किया है। चेतावनी दी गई है कि रिजल्ट में देरी से युवाओं के सब्र का पैमाना टूट जाएगा। लिहाजा धरने व भूख-हड़ताल पर विवश होना पड़ेगा। युवाओं ने यह उम्मीद जताई है कि नई सरकार उन्हें कोर्ट-कचहरी के चक्कर नहीं लगाने देगी।
युवाओं का कहना है कि यदि प्रशिक्षु परिचालकों के दावों पर सरकार भर्ती को रद्द करती है और उनकी सीधी भर्ती टीएमपीए में करती है तो इस बात पर भी गौर किया जाए कि राज्य में लगभग 50 हजार युवा ऐसे हैं, जिन्होंने एचआरटीसी, कंप्यूटर व सिलाई-कढ़ाई में प्रशिक्षण लिया हुआ है। बावजूद इसके बेरोजगार बैठे हैं। कुलवीत कुमार, दीपू वर्मा, बोधराज, कर्ण, पुनीत, नरेंद्र, कुशाल, विजय सिंह व अमित इत्यादि ने कहा कि 27 दिसंबर को लगाई गई रोक पर अब तक सरकार ने कोई प्रतिक्रिया जाहिर नहीं की है।
सनद रहे कि जयराम सरकार ने मंत्रिमंडल की पहली बैठक में हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग व हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग के अलावा तमाम भर्तियों को स्थगित करने का फैसला लिया था। टीएमपीए के उम्मीदवारों को उम्मीद थी कि 4 जनवरी को मंत्रिमंडल की बैठक में कोई निर्णय होगा, लेकिन इस पर भी फैसला नहीं हुआ।