शिमला (एमबीएम न्यूज़) : केलटी में हुए बस हादसे ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। इस दुर्घटना में यात्री बाल बाल बच गए। हालांकि हादसे में 23 यात्री घायल हुए हैं। घायलों में आधे से ज्यादा स्कूली बच्चे हैं। घायलों का आईजीएमसी में उपचार चल रहा है और सभी की हालत खतरे से बाहर है। जिला प्रशासन ने प्रभावितों को लगभग 30 हजार रुपये की तत्कालीन सहायता राशि प्रदान कर दी है।
इस हादसे को लेकर एक नई बात सामने आई है। जानकारी अनुसार दुर्घटना के बाद बस का पट्टा टूटी हुई हालत में मिला है, जो कि बस के तकनीकी पहलुओं पर कई सवाल खड़े कर रहा है। निगम की दुर्घटनाग्रस्त बस लाल रंग की थी। शहर में ऐसी बसें कई सालों से दौड़ रही हैं। लेकिन ज्यादातर लाल बसों की हालत खस्ता हो चुकी है।
कई बसों के बसों में न तो दरवाजे ठीक हैं, न दरवाजे ठीक से बंद होते हैं और न ही खिड़कियां सही सलामत रह गई हैं। कुछ बसें तो चलते वक्त लहराने लगती हैं तो कुछ चढ़ाई में हांफ जाती हैं। आज दुर्घटना का शिकार हुई बस 2009 के माडल की बताई जाती है और लगभग अढ़ाई लाख किलोमीटर दौड़ चुकी है। यह भी कहा जा रहा है कि दुर्घटना वाली जगह पर सड़क खराब थी और यह भी हादसे का कारण हो सकती है।
बता दें कि शिमला बस अड्डे से केल्टी ब्रहा्रमु जाने वाली बस (एचपी-63-3349) बस आज केलटी और केलस्टन के बीच में लगभग 4.15 बजे दोपहर बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। अतिरिक्त उपायुक्त राकेश कुमार प्रजापति ने बताया कि बस में कुल 34 यात्री सवार थे, जिनमें से 23 लोगों को ईलाज के लिए आईजीएमसी लाया गया।
उन्होंने बताया कि इस हादसे में किसी को भी गंभीर चोट नहीं आई है। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से तत्कालीन सहायता राशि प्रभावितों को प्रदान की जा रही है।
घायलों में 10 वर्षीय योगेश ठाकुर, 3 वर्षीय इशांत, 8 वर्षीय कुमकुम, 7 वर्षीय गौरव, 4 वर्षीय आस्था, 17 वर्षीय अतुल, सहित अन्य शामिल हैं।