सोलन (एमबीएम न्यूज़) : नेशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआरआईएफ) के परिणाम में पहाड़ी राज्य हिमाचल के चार विश्वविद्यालयों को शीर्ष 150 विश्वविद्यालयों की श्रेणी में अपना नाम दर्ज करवाने में सफलता मिली है। इसमें दो विश्वविद्यालय सरकारी है, जबकि दो विश्वविद्यालय निजी क्षेत्र के हैं। नेशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क के परिणाम के मुताबिक शूलिनी विश्वविद्यालय को नार्थ इंडिया के शीर्ष 10 प्राइवेट विश्वविद्यालयों में शामिल किया गया है। यह रैंकिंग मानव संसाधन मंत्रालय ने प्रदान की है।
सोमवार को दिल्ली में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावडेकर ने रैंकिंग सूची को जारी किया। जिसमे हिमाचल प्रदेश के चार विश्वविद्यालय को शीर्ष 150 में स्थान दिया गया है। हिमाचल प्रदेश के चार विश्वविद्यालयों को शीर्ष 150 में रैंक हासिल करने में बड़ी कामयाबी मिली है। इसमें दो प्राइवेट तथा दो सरकारी विवि शामिल हैं।
जारी की गई सूची के मुताबिक डॉ. वाईएस परमार बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी व जेपी यूनिवर्सिटी वाकनाघाट को 51 और 93 स्थान पर रहे। इसी तरह हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी शिमला तथा शूलिनी यूनिवर्सिटी 101-150 की सूची में शामिल हैं।
धर्मशाला स्थित केंद्रीय यूनिवर्सिटी को 151-200 की सूची में रखा गया है। हालांकि मंत्रालय द्वारा 101 से 200 स्थान की सटीक रैंकिंग अभी जारी की जानी है। एक अन्य अच्छी खबर में शूलिनी विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ फार्मास्युटिकल साइंसेज हिमाचल प्रदेश का नंबर एक फार्मेसी संस्थान के रूप में उभरकर सामने आया है।
इस संस्थान को एनआईआरएफ की फार्मेसी श्रेणी में देश में 39 वां स्थान मिला है। इस सूची में हिमाचल के किसी भी अन्य कॉलेज को कोई जगह नहीं मिली है। मानव संसाधन मंत्रालय द्वारा दूसरी बार यह रैंकिंग छह श्रणी में घोषित की गई, जिसमें ओवर ऑल विश्वविद्यालय कॉलेज इंजीनियरिंग कॉलेज, फार्मेसी कॉलेज और बिजनेस मैनेजमेंट कैटेगरी शामिल थी।
दिल्ली की जामिया हमदर्द को फार्मास्युटिकल इंस्टीट्यूट श्रेणी में पहला स्थान प्राप्त हुआ है जबकि देश के राजधानी के ही मिरांडा हाउस ने कॉलेज श्रेणी में बाजी मारी। इंजीनियरिंग कॉलेजों में आईआईटी मद्रास और आईआईएम अहमदाबाद को देश में शीर्ष प्रबंधन संस्थान के दर्जा दिया गया। बैंगलोर का इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंसएइस लिस्ट में सबसे ऊपर है। पिछले साल के मुकाबले इस साल 700 से अधिक विश्वविद्यालय इस रैंकिंग में शामिल हुए।
उधर शूलिनी विवि के उपकुलपति प्रो. पीके खोसला ने कहा कि शीर्ष 150 की सूचि में शामिल होने वाले विश्वविद्यालयों में शूलिनी सबसे कम उम्र के विश्वविद्यालयों में से एक है। उन्होंने कहा कि हमारे फार्मेसी स्कूल ने एक बार फिर राज्य का नाम ऊंचा किया है, हिमाचल में शीर्ष रैंकिंग वाला फार्मेसी कॉलेज का दर्जा हासिल किया है।