नाहन (शैलेंद्र कालरा): शनिवार दोपहर दर्दनाक घटना पांवटा साहिब के बद्रीपुर से सामने आई। हर कोई इस वाकय को सुनकर अचंभित हो गया। 30 वर्षीय मां ने अपने छह साल के बेटे कार्तिक को भी जहर दे दिया था। लेकिन कुदरत को कुछ ओर ही मंजूर था। बेहोशी की हालत में कार्तिक घर से निकल आया। इसके बाद पड़ोसियों ने अस्पताल तक पहुंचा दिया। यहां से नाहन रैफर किया गया।
शाम साढ़े 6 बजे के आसपास कार्तिक को पीजीआई रैफर कर दिया गया है। हालांकि डॉ. वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों ने कार्तिक के उपचार में कोई कसर नहीं रखी, अच्छी बात यह है कि कार्तिक होश में है, लेकिन स्वभाव में चिड़चिड़ाहट आई है।
मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक डॉ. सुनील कक्कड़ ने भी कहा है कि उपचार के साथ-साथ दुआएं काम आती हैं। उनका कहना है कि कुछ घंटों की ऑब्जर्वेशन के बाद कार्तिक को 108 एंबूलेंस में पीजीआई भेज दिया गया है। होनी की विडंबना देखिए, मां-बहन मौत के आगोश में समा चुके हैं। पिता हजारों किलोमीटर दूर लेह में देश की रक्षा में कडक़ती ठंड के बीच डटे हुए हैं। शाम तक पिता वीरेंद्र सिंह से संपर्क तक नहीं हो पा रहा था।
उधर पुलिस की तफ्तीश में कोई संदेह सामने नहीं आया है। महिला के मायके पक्ष ने भी कोई शक जाहिर नहीं किया है। खुद एसपी सौम्या सांबशिवन ने घटनास्थल पर पहुंच कर दोनों परिवारों से बातचीत की। अलबत्ता इतना जरूर बताया जा रहा है कि 30 साल की संतोष कुमारी डिप्रेशन में थी।
गौरतलब है कि पांवटा साहिब के बद्रीपुर में आज दोपहर उस वक्त सनसनी फैल गई थी, जब इलाके में जब यह खबर फैली कि महिला ने अपने साथ दो बच्चों को जहर दे दिया है। मौके पर ही महिला ने अपनी 8 साल की बेटी वैशाली के साथ दम तोड़ दिया था। देश की रक्षा में जुटे आईटीबीपी जवान के जीवन का अब कार्तिक ही आसरा है।