नाहन, 6 अगस्त : अगर, कुदरत को मंजूर न हो तो मौत भी छूकर निकल जाती है। अनमोल जीवन का नुकसान तो दूर की बात, खरोंच तक नहीं आती है। पांवटा साहिब से गत्ताधार रूट पर चलने वाली निजी बस (Private Bus ) के खाई की तरफ लटकने की तस्वीरों व वीडियो (photos and videos) ने हर किसी के रोंगटे खड़े कर दिए। हर कोई इस बात का जवाब तलाशन में लगा रहा कि आखिर बस नीचे लुढ़कने से बच कैसे गई। बस में मौजूद करीब 20 यात्रियों (passengers) के सामने मौत करीब 120 सैकेंड तक खड़ी रही। बस से उतरने में भी मामूली सी चूक भारी पड़ सकती थी।
एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने हादसे के टलने के कारणों को खंगाला। चौंकाने वाला खुलासा ये था कि चालक व परिचालक (driver and conductor) को अपनी जान की कोई परवाह नहीं थी। सतौन के रहने वाले चालक सतपाल ने अंतिम क्षण तक ब्रेक को दबाए रखा तो हाथ से हैंडब्रेक (handbrake) को पूरी ताकत से खींचा हुआ था, ताकि बस वहीं के वहीं जाम हो जाए। कहते हैं, कोशिश करने वालों का कायनात भी साथ देती है।
इस मामले में भी ऐसा ही हुआ। चालक व परिचालक की हिम्मत (Courage) को देखकर कुदरत भी साथ आ खड़ी हुई। हालांकि कुछ बचाव पैराफिट (parfait) ने भी किया, लेकिन सड़क से चंद फुट दूरी पर गीली मिट्टी में कंडक्टर साइड (conductor side) का टायर धंस गया। जबकि ड्राइवर साइड का टायर खुल चुका था। 60 से 120 सैकेंड के बीच पूरी सावधानी से एक-एक यात्री को बड़ी सावधानी से बस से उतार दिया गया। सबसे आखिर में चालक सतपाल व टिटियाना के रहने वाले परिचालक वीरेंद्र शर्मा उतरे।
गौरतलब है कि हाल ही में सतौन के नजदीक ही हिमाचल पथ परिवहन निगम (HRTC) के चालक व परिचालक की सूझबूझ से भी एक हादसा टला था। इसमें चौंकन्ने परिचालक ने लैंड स्लाइड (land slide) के कारण भारी भरकम पेड़ को गिरते हुए देख लिया था। सीटी बजाकर बस को बैक करवा दिया।
#HRTC : कंडक्टर ने बजाई जोरदार सीटी, फुर्ती से ड्राइवर ने डाला बैक गियर, विशाल वृक्ष…
उधर, एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में बस के परिचालक वीरेंद्र शर्मा ने बताया कि कफोटा व टिम्बी के बीच बस की एक्सल रॉड (axle rod) अचानक टूट गई थी। सवारियों के उतरने तक ड्राइवर ने ब्रेक पैडल पर मजबूती से पांव टिकाए रखा। साथ ही हैंडब्रेक का भी इस्तेमाल किया। सवारियों ने उतरने के बाद बस को स्थिर रखने के लिए तुरंत ही पत्थरों की ओट लगाई। इसके बाद सबसे आखिर में ड्राइवर को उतारा गया। पैराफिट भी मददगार साबित हुआ। हवा में झूलती बस को मजबूती देकर रखी। परिचालक के मुताबिक बस से तमाम यात्रियों को उतरने में डे़ढ़ से दो मिनट का वक्त लगा। यात्रियों को पिछले दरवाजे से ही नीचे उतारा गया।
Watch Video : https://youtu.be/jcOJLXoBdqs
परिचालक के मुताबिक हादसे के वक्त वो अपनी सीट पर बैठे हुए थे। लोगों द्वारा चालक की बहादुरी की खूब प्रशंसा की जा रही है। साथ ही सड़क सुरक्षा के लिए जगह-जगह पैराफिट व क्रैश बैरियर लगाने की मांग भी हो रही है। उल्लेखनीय है कि कुछ सप्ताह पहले टिम्बी-बकरास मार्ग पर एक वाहन के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने की वजह से 11 अनमोल जीवन हमेशा के लिए संसार से रुखसत हो गए थे।
उधर, निजी बस ऑपरेटर यूनियन के अध्यक्ष माम राज शर्मा ने एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में कहा कि भगवान का शुक्र है, बड़ा हादसा टल गया। उन्होंने चालक व परिचालक की प्रशंसा की है। शर्मा ने कहा कि चालक व परिचालक ने अपनी जान की परवाह किए बगैर ही यात्रियों को सुरक्षित निकालने में सफलता हासिल की।