सोलन, 15 जुलाई : ये दुखभरी दास्तां, हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के सोलन जिला के अर्की उपमंडल की जघून पंचायत के मटोग गांव की 32 वर्षीय शालू के जीवन से जु़ड़ी है। जुलाई का महीना कहर बनकर टूटा। पहले 37 वर्षीय पति धनपत का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। अब बारिश ने पुश्तैनी घर को भी छीन लिया है। शालू को एक तरफ पति के निधन के बाद घर ढहने का दुख है, वहीं तीन बच्चों के भविष्य (Future) की चिंता सताने लगी है।
घर ढहने के बाद टीन की चादरों का एक अस्थाई आशियाना बनाया है। पिछली बरसात में मकान का एक हिस्सा गिरा था, वहीं इस बारिश ने घर को पूरी तरह से ही तबाह कर दिया। बेबस महिला पशुओं को छत मुहैया करवाने के लिए भी खासी दुश्वारियों का सामना कर रही है। दो साल से पति ब्रेन टयूमर (brain tumor) से पीड़ित था। जमा पूंजी पति के इलाज पर खर्च कर चुकी थी। दो बेटियों व एक बेटे के भविष्य की चिंता सता रही है।
शालू ने हिमाचल की सुक्खू सरकार से मदद की गुहार लगाई है। देखना ये होगा कि विधवा महिला को सरकार से कब तक मदद मिलती है। बता दें कि अर्की के विधायक संजय अवस्थी (MLA Sanjay Awasthi) मौजूदा सरकार में राज्य के मुख्य संसदीय सचिव (CPS) के पद पर भी काबिज हैं। पंचायत के स्थानीय निवासियों का कहना है कि पति की मृत्यु व मकान गिरने की वजह से शालू पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। सरकार को तुरंत ही विधवा महिला को मदद जारी करनी चाहिए।
उधर, पंचायत प्रधान अमिता का कहना था कि शालू देवी को मकान दिलवाने के लिए प्रस्ताव खंड विकास अधिकारी को प्रेषित किया गया है। उनका कहना था कि पंचायत महिला को सरकार की योजनाओं (government schemes) का लाभ दिलवाने के लिए प्रयासरत है।