नेरचौक (कपिल सेन): बल्ह घाटी के नेरचौक में लगभग 1200 करोड़ की लागत से बने ईएसआईसी मैडिकल कॉलेज व अस्पताल के प्रदेश सरकार को हस्तांरित करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। संदीप दत्ता की अगुवाई में ईएसआईसी की दिल्ली से आई पांच दिवसीय टीम ने सोमवार को हस्तांतरण कुछ जरूरी प्रक्रियाएं पूरी की।
संदीप दत्ता ने बताया कि प्रथम चरण में हम प्रदेश सरकार को 12 ब्लॉक हस्तांतरित करेंगे। जिसमें से दो ब्लॉक प्रथम प्रशासनिक ब्लॉक तथा दूसरा नर्सिगं स्टूडेंट ब्लॉक सौंप दिया है। मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के संयुक्त निदेशक संजीव धीमान तथा कॉलेज के नवनियुक्त डीन डीएस धीमान ने बताया कि सोमवार को ईएसआईसी ने हमें दो ब्लॉक दे दिए हैं। टीम अभी नौ दिसंबर तक रहेगी हो सकता है कि कुछ अन्य ब्लॉक भी हस्तांतरित किए जाएं। इस अवसर पर सीएमओ मंडी भी मौजूद रहे।
बता दें कि कई दिनों से सफेद हाथी बने इस मेडिकल कॉलेक को चलाने के लिए ईएसआईसी ने अपने हाथ पीछे खींच लिए थे। और केंद्र सरकार भी इसमें कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रही थी। इसी को देखते हुए हिमाचल प्रदेश सरकार ने अपने दम पर इसे चलाने की हामी भरी थी। ईएसआईसी को इसे प्रदेश सरकार को देने के लिए कहा था, लेकिन इसको बनाने में हुए खर्चे को देखते हुए कोई समाधान सामने नहीं आ पा रहा था।
अब समस्या हल होने के उपरांत ईएसआईसी ने इसे प्रदेश सरकार को हस्तांतरित करने का निर्णय लिया है और जिसको लेकर कॉलेज के डीन व संयुक्त निदेशक तथा सीएमओ क्षेत्रीय अस्पताल मंडी की ईएसआईसी की दिल्ली से आई टीम के साथ एक लंबी बैठक चली जिसमें यह निर्णय लिया गया कि बहरहाल कॉलेज व अस्पताल के दो ब्लॉक प्रदेश सरकार को सपुर्द किए जाएंगे।
प्रथम चरण में नेरचैक मेडिकल कॉलेज के दो ब्लॉक प्रदेश सरकार को ईएसआईसी द्वारा सौंप दिए गए हैं और जिसको लेकर संपूर्ण प्रक्रिया पूरी कर ली गई है।
– डीएस धीमान, डीन मेडिकल कॉलेज नेरचौक