बद्दी (एमबीएम न्यूज़) : औद्योगिक क्षेत्र बद्दी के तहत झाडमाजरी स्थित एक वाटर उद्योग में निकाले गए श्रमिकों की हडताल रविवार को सातवें दिन मे प्रवेश कर गई। श्रमिकों का आरोप है कि प्रबंधन श्रम विभाग व मीडिया के समक्ष झूठे पर निराधार आरोप लगा रहा है। श्रमिकों ने कहा कि कि उन्हें कभी भी दूसरे यूनिट में स्थानांतरित करने की बात प्रबंधन ने नहीं की। जबकि उनसे 6 माह तक दूसरे यूनिट में काम करवाने के बाद उन्हें यूनिट 1 में बुला लिया गया और उसके बाद उन पर निराधार आरोप लगाकर उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया।
श्रमिकों संजय डोगरा, नारायण दास, दीपक, मदन, रामेश्वर, सुनील, प्रेम लता, गिरीश, गीता राम, विक्की, रमेश, गुरपाल, धर्म सिंह, बलविंद्र, चमन, अमरजीत ने बताया कि उद्योग ने प्रबंधन ने जहां उन पर झूठे आरोप लगाकर उन्हें बाहर रास्ता दिखाया वहीं प्रबंधन अब श्रम विभाग व मीडिया के माध्यम से भी सब को गुमराह कर रहा है। श्रमिकों ने कहा उन्होंने कभी भी दूसरे यूनिट में काम करने से मना नहीं किया। अगर वह 6 माह पहले दूसरे यूनिट में लगा चुके हैं और अब भी उन्हें दूसरे यूनिट में काम करने से कोई परेशानी नहीं है। लेकिन प्रबंधन उन्हें काम पर नहीं रखना चाहता जिसके चलते ही उन्हें आंदोलन का रास्ता अपनाना पडा।
श्रमिकों ने कहा कि पिछले 7 दिनों से वह उद्योग के गेट के बाहर भूख हडताल पर बैठे हैं लेकिन प्रबंधन टस से मस नहीं हुआ। श्रम विभाग ने श्रमिकों और प्रबंधन के बीच समझौता वार्ता करवाई लेकिन प्रबंधन का अडियल रवैया बरकरार है और समझौता वार्ता बेनतीजा रही। श्रमिकों ने दो टूक शब्दों में चेतावनी दी है कि वह अपना आंदोलन जारी रखेंगे और आंदोलन को और अधिक तेज किया जाएगा। श्रमिकों ने आरोप लगाया कि श्रम विभाग भी इस मामले को सुलझाने में कोई खासी रूची नहीं दिखा रहा।
वहीँ इस बारे श्रम अधिकारी मनीष करोल ने कहा कि श्रम विभाग ने श्रमिकों और प्रबंधन के बीच समझौता वार्ता करवाई है लेकिन वार्ता सिरे नहीं चढी। अगली वार्ता 18 अप्रैल को रखी गई है। विभाग मामले को सुलझाने की पुरजोर कोशिश कर रहा है।