नई दिल्ली, 9 मार्च : लोकसभा में बजट सत्र के दूसरे चरण के पहले दिन सोमवार को सामान्य कार्यवाही नहीं हो सकी, क्योंकि संपूर्ण विपक्ष ने एलपीजी सिलेंडर और पेट्रोलियम की बढ़ती कीमतों को लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए खूब हंगामा किया। शाम चार बजे सदन की कार्यवाही शुरू होने के तुरंत बाद विपक्ष ने इन मुद्दों पर केंद्र पर हमला बोला।
हालांकि निचले सदन में एक बार किसी तरह से कार्यवाही शुरू होते हुए दिखी, क्योंकि कुछ महिला सांसदों को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर महिलाओं के मुद्दों पर बोलने का मौका मिला था। मगर विपक्ष द्वारा हंगामे के बीच सदन अधिक देर तक नहीं चल सका और कार्यवाही दो बार स्थगित की गई।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शाम पांच बजे अगले दो घंटों के लिए सदन के पहले स्थगन की घोषणा की। इसके बाद भाजपा की सदस्य रमा देवी, जो उस समय पीठासीन थीं, उन्होंने हंगामा जारी रहने के बाद एक दिन के लिए अंतिम स्थगन की घोषणा की।
विपक्षी दलों सहित शिरोमणि अकाली दल (शिअद) और शिवसेना जैसे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व सहयोगियों ने मूल्य वृद्धि के मुद्दे पर सरकार को निशाने पर लिया।
कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और द्रमुक के नेताओं के नेतृत्व में विपक्षी सदस्यों ने स्पीकर के पोडियम पर पहुंचकर ‘एलपीजी के दाम वापस लो और पेट्रोल-डीजल के दाम कम करो’ जैसे नारे लगाए।
वहीं दूसरी ओर, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर चर्चा के लिए शून्यकाल स्थगित करने की मांग की।