शिमला, (एमबीएम न्यूज): प्रदेश के विभिन्न नगरों के विकास के लिए व्यापक रणनीति बनाने के दृष्टिगत नगर एवं ग्राम योजना विभाग (टीसीपी) ने विकास योजनाएं तैयार करने के कार्यों को आउटसोर्स करने का निर्णय लिया है। विभाग ने वर्ष 2035 तक के लिए हाटकोटी, घुमारवीं, अंब-गगरेट, नादौन, सुंदरनगर, मणिकर्ण, नग्गर, बैजनाथ-पपरोला, रिकांगपिओ और शिमला के लिए विकास योजना तैयार करने का निर्णय लिया है। प्रधान सचिव टीसीपी मनीषा नंदा की अध्यक्षता में आज यहां आयोजित विभाग की समीक्षा बैठक में इस संदर्भ में निर्णय लिया गया।
नंदा ने कहा कि इस संदर्भ में विभिन्न परामर्शदाताओं से पहले ही बैठक की जा चुकी है और इस वर्ष जून माह के अंत तक कार्य आबंटित कर दिया जाएगा। विभाग पावंटा साहिब, रोहड़ू, धर्मशाला और ऊना के लिए संशोधित विकास योजनाएं तैयार करेगा। इसके साथ-साथ मेहतपुर, कंडाघाट, जाबली, सराहन, गरली परागपुर, नेरचौक, बाबा बालक नाथ और सोलंग नगरों के लिए नई योजनाएं बनाई जाएंगी। बैठक में इस वित्त वर्ष के अंत तक योजना अनुमतियों के लिए लोगों को ऑनलाईन आवेदन करने की सुविधा प्रदान करने का भी निर्णय लिया गया। इससे विभाग की प्रभावी एवं पारदर्शी कार्य प्रणाली सुनिश्चित होगी। उन्होंने कहा कि विभाग लोगों को प्रभावी एवं पारदर्शी तरीके से सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए कार्य कर रहा है। नगर एवं ग्राम योजना विभाग के निदेशक संदीप कुमार ने विभाग की विभिन्न विकासात्मक परियोजनाओं के अंतर्गत हुई प्रगति का विस्तृत ब्यौरा दिया।