मंडी (एमबीएम न्यूज़) : किसान बचाओ हिमाचल बचाओ अभियान संयोजक देशराज शर्मा ने कहा है कि मंडी का ऐतिहासिक अंतरराष्ट्रीय महाशिवरात्री मेला पडडल से कहीं अन्यत्र फ्लड एरिया में विस्थापित किया गया तो देव संस्कृति बचाने के लिए वे 20 फरवरी 2017 से आमरण अनशन करेंगे। उससे पूर्व नंगे पांव बड़ा देव कमरुनाग और अन्य मुख्य देवी-देवताओं के दरबार आवाहन करने जायेंगे।
बिना किसी मास्टर प्लान के ही जनता का करोड़ों रुपए बर्बाद करके व्यास तट का अतिक्रमण कर फ्लड एरिया में बनाए जा रहे तथाकथित मेला मैदान व अन्य गैर जरुरी इच्छाओं तथा सैण मोहल्ले को नदी के बहाव से बचाने का मामला जन सहयोग से एनजीटी में ले जायेंगे।
देशराज शर्मा एनआर चौहान और ब्रजेश कुमार ने जारी ब्यान में बताया कि विक्टोरिया पुल से 108 एंबूलेंस चलाने व इसके साथ लगता नए पुल निर्माण तथा मंडी रियासत की पुरानी राजधानी पुरानी मंडी के लिए पडडल से मोटर योग्य पुल की मांगों को लेकर ही एनएच-22 पर चक्का जाम किया था। सरकार ने इन मांगों पर कदम उठाने के बजाय जन भावनाओं के विपरीत मंडी की पहचान महाशिवरात्री मेला ही बेदखल करने का नादिरशाही फरमान सुना दिया। ऐसा नहीं चलेगा।
मंडी के नेता पिछले 50 वर्षों के दौरान कोई पार्क पार्किंग तो छोड़ो एक खेल मैदान तक नहीं बना सके। उल्टे रियासती पडडल मैदान को उखाड़कर छः महीने तक मिटटी के ढेर अगर लग सकते हैं, एक महीना तक रेडक्रास मेला, दशहरा, धार्मिक गुरुओं के समागम और राजनेताओं की जनसभाएं जब हो सकती हैं तो महाशिवरात्री मेला क्यों नहीं।