नेरचौक (कपिल सेन) : भंगरोटू में डीपीएस के नाम से चल रहे निजी स्कूल की मान्यता पर सवाल मामले में बुधवार को क्षेत्र में चर्चाओं का माहौल गर्म रहा। समाचार प्रकाशित होने पर स्कूल में अध्ययनरत बच्चों के अभिभावकों के होश उड़ गए हैं। उनको अपने बच्चों के भविष्य की चिंता सताने लग गई है। वहीं मामले के प्रकाश में आने के बाद विभागीय अनदेखी व प्रशासन की लापरवाही भी साफ-साफ झलक कर सामने आ रही है।
स्कूल प्रबंधक के खिलाफ शिकायत किए हुए दो दिन बाद भी स्कूल की जांच करने के लिए शिक्षा विभाग की तरफ से कोई अधिकारी एवं कर्मचारी तक नहीं पहुंचा है, जो कि सवालिया निशान खड़े करता है। स्कूल का मुख्यध्यापक बुधवार को स्कूल ही नहीं पहुंचा, वहीं स्कूल को लाने व ले जाने के लिए बस भी चिन्हित रूट पर नहीं चली। बच्चों के अभिभावकों को सूचना दी गई कि गाड़ी खराब हो गई है, जिस कारण बस नहीं आ पाएगी। अभिभावाकों को बच्चों को स्वयं स्कूल लाना पड़ा।
गौरतलब है कि जिस नामी संचालन समिति के नाम से स्कूल चलाया जा रहा है उसके साथ भी मान्यता को लेकर स्कूल प्रबंधन द्वारा किसी प्रकार का पत्राचार तक नहीं हुआ है। यह भी ज्ञात हुआ है कि जिस नामी संचालक समिति को इस बात की भनक लगी थी तो समिति के हिमाचल प्रभारी द्वारा स्कूल प्रबंधक को इस बारे नोटिस जारी किए हैं कि वह पहले औपचारिकताएं पूरी कर लें उसके बाद ही स्कूल का संचालन करें। लेकिन स्कूल प्रबंधन समिति ने क्षेत्र के लोगों को गुमराह कर स्कूल का संचालन जारी रखा।
वहीं सूत्रों से यह भी ज्ञात हुआ है कि स्कूल प्रबंधन समिति ने जो ब्राउसर प्रसार व प्रचार के लिए प्रयोग किया है उसमें बकायदा स्कूल की मान्यता का पंजीकरण नंबर भी प्रकाशित किया गया है वह भी किसी और समिति का ही है। यही नहीं ब्राउसर में एक गर्वनिंग कमेटी दर्शाई गई है जो कि 28 लोगों की है जिनमें अधिकतर सरकारी स्कूलों के प्रधानाचार्य व मुख्याध्यापक है जो कि अभी कार्यरत्त हैं और कुछ सेवानिवृत हो चुके है। इन बातों को देखते हुए ही क्षेत्र के लोग झांसे में आ गए।
मौजूदा समय में डीपीएस स्कूल नर्सरी, केजी से लेकर सांतवी कक्षा तक चलाया जा रहा है जिसमें लगभग तीस छात्र छात्राएं पढ़ाई कर रहे है। काबिले गौर है कि स्कूल भंगरोटू में पिछले दस महीने से चलाया जा रहा है जिसकी जांच करने की जहमत शिक्षा विभाग ने आज दिन तक नहीं उठाई। जबकि स्कूल बल्ह खंड प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय व बी.आर.सी भवन से मात्र सौ फीट की दूरी पर चल रहा है।
स्कूल में चल रही अव्यवस्था बारे मुख्यध्यापक मुकेश शर्मा से जब बात करना चाही तो उन्होंने बताया कि पिछली रात मेरी तबियत खराब हुई थी जिस कारण चैकअप के लिए चंडीगढ आया हूँ। जांच कमेटी के अधिकारी छुट्टी पर हैं जैसे ही वह कार्यालय में मौजूद होंगे तो स्कूल की जांच के लिए जाएंगी। – केडी शर्मा, उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा
स्कूल समिति का डी.पी.एस. से कोई लेना देना नहीं है। नाम प्रयोग करने बारे स्कूल समिति को नोटिस जारी किए गए हैं।
– भुवनेश सूद, हिमाचल प्र्रदेश मास्टर फ्रैंचाईजी डीपीएस
भंगरोटू में चलाए जा रहे डी.पी.एस स्कूल नेे फ्रैंचाईजी ली है या नहीं उसकी जांच होगी यदि स्कूल फ्रैंचाईजी लिए बर्गर स्कूल चलाया जा रहा है तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
– सौरभ दत्त, प्रबंधक डीपीएस दिल्ली