राजगढ,14 अप्रैल : शिरगुल देवता बैसाखी मेले में जिला भाषा एवं संस्कृति विभाग जिला सिरमौर के द्वारा बहुभाषी कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। कवि सम्मेलन में एसडीएम राजगढ़ राज कुमार ठाकुर ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की।
इस अवसर पर राजगढ़ उपमण्डल के 15 कवियों ने भाग लिया। कवि सम्मेलन की अध्यक्षता वरिष्ठ कवि अन्जना रत्न ने की। मंच संचालन सुरेन्द्र ठाकुर के द्वारा किया गया। कार्यक्रम का आगाज नीरज भगनाल द्वारा इस जीवन में रंग कौन भरे कविता से किया गया। उसके बाद नरेन्द्र चौहान ने तेरी गोलती-गोलती तेरी पहाड़ी रचना से लोगों को हंसने पर मजबूर कर दिया। सुशील कुमार भृगु ने हाईशा ज़माना रे-हाईशा ज़माना पहाड़ी रचना, अजय वर्मा ने सिफारिशों के तांते हैं, जिनकी चलती है वही मंच पर आते हैं व्यंग्य रचना प्रस्तुत की।
सुरेन्द्र शर्मा ने मीनेरा अपणा-अपणा जलवा, मंजू शर्मा ने बाठण जान तथा प्रेमपाल आर्य ने पहाड़ी भाषा श्रृंगार रस जिन्दगी रा सफर लम्बा कविता प्रस्तुत कर लोगों का खूब मनोरंजन किया। शकुन्तला प्रकाश चौहान ने जिन्दगी तूने हमें जीना सिखा दिया, स्नेह शर्मा ने नशा बच्चों के लिए मां-बाप की कुर्बानी पर, महेन्द्र हाब्बी ने हाले दिल में अपना बताऊं क्या, यज्ञा दत्त शर्मा ने सशक्त लोक तंत्र के लिए वोट देना जरूरी बारे पंक्तियां प्रस्तुत की। जय प्रकाश चौहान ने अध्यात्म पर तुम कब आओगे, तहसीलदार उमेश कुमार ने पिता को सर्मपित कविता लोगों को भावुक किया।
अंत में कवि सम्मेलन की अध्यक्षता कर रही अंजना रत्न ने गांव की पगडंडी शीर्षक कविता से कवि सम्मेलन का समापन किया। एसडीएम ने कवि सम्मेलन के आयोजन के लिए कवियों को बधाई देते हुए कहा कि ऐसे आयोजनों से लोगों का स्वस्थ मनोरंजन होता है। इस अवसर पर उन्होंने कवि सम्मेलन में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।