केलांग, 18 मई : लाहौल से काजा की दूरी जल्द ही कम होने जा रही है। यही नहीं पांच से छह घंटे का सफर भी महज चार घंटे में ही तय कर लिया जाएगा। इस बात का खुलासा लाहौल-स्पीति के विधायक रवि ठाकुर ने अपने लाहौल दौरे के पहले दिन कोकसर में ग्रामीणों के साथ आयोजित बैठक में किया है। उन्होंने कहा कि कोकसर से छतडू के लिए एक नई सड़क का करोड़ों रुपयों की लागत से निर्माण किया जाएगा। इस सड़क के तैयार होने के बाद जहां ग्रांफू-काजा सड़क पर तीन माह अतिरिक्त वाहनों की आवाजाही आसानी से हो सकेगी। वहीं काजा की दूरी भी करीब 15 से 20 किलोमीटर कम होगी।
विधायक रवि ठाकुर ने कहा कि कोकसर से बनने वाले इस वैकल्पिक मार्ग को लेकर अधिकारियों को विशेष दिशा-निर्देश दे दिए गए हैं। सड़क का निर्माण बीआरओ के माध्यम से करवाने का आग्रह सरकार से किया गया है। इसके अलावा बातल से ग्रांफू तक सड़क का सुधारीकरण कार्य भी जल्द शुरू कर दिया जाएगा, इसे लेकर बीआरओ के अधिकारियों ने कदमताल शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि सुमदो लोसर व लोसर से ग्रांफू सड़क मार्ग को अपग्रेड करने के कार्य को लेकर बीआरओ ने टेंडर कर दिया है। निर्माण कार्य में इस्तेमाल होने वाली मशीनरी को भी भेज दिया गया है।
विधायक रवि ठाकुर ने बताया कि बीआरओ के अधिकारियों के साथ उनकी बैठक हुई है। अधिकारियों ने उन्हें यह जानकारी दी है कि ग्रांफू-काजा सड़क को भी 21 मई को वाहनों की आवाजाही के लिए बहाल कर दिया जाएगा। लाहौल-स्पीति पर्यटन कारोबार बढ़े इसके लिए मास्टर प्लान के तहत कार्य किया जा रहा है। उन्होंने मीडिया से जानकारी साझा करते हुए कहा कि गुरुवार से लाहौल दौरे के दौरान कोकसर से रोहतांग की तरफ पर्यटक स्थलों का जायजा भी लिया और प्रशासन को उचित दिशा-निर्देश भी दिए।
उन्होंने कहा कि घाटी में दिन-प्रतिदिन सैलानियों की संख्या बढ़ रही है। ऐसे में रोहतांग दर्रे को बहाल होने के बाद जहां सैलानी दर्रे का रुख कर रहे है। वहीं उक्त पर्यटक स्थलों पर पार्किंग की उचित व्यवस्था करने साथ ही साथ वाहनों को सड़क किनारे पार्क न करवाने को लेकर पुलिस प्रशासन के अधिकारियों को विशेष निर्देश दिए हैं। विधायक रवि ठाकुर ने कहा है कि चिन्हित पार्किंग स्थलों पर ही वाहनों को पार किया जाए, इसे लेकर प्रशासन के अधिकारी अपनी विशेष नजर इस व्यवस्था पर रखें।
साथ ही उन्होंने उपायुक्त से आग्रह किया है कि डिजास्टर मैनेजमेंट के कर्मियों व अधिकारियों को यह निर्देश दें कि घाटी के मौसम को ध्यान में रखकर ही सैलानियों को अपडेट दें न कि शिमला से जारी होने वाली एडवाइजरी को लागू करें। उन्होंने कहा कि अक्सर यह देखने में आया है कि प्रदेश के अन्य जिलों में जहां मौसम खराब बताया जाता है। वहीं लाहौल-घाटी में मौसम बिल्कुल साफ रहता है, लेकिन शिमला से जारी खराब मौसम की एडवाइजरी को ध्यान में रखते हुए जिला का आपदा प्रबंधन बेवजह ही सैलानियों की आवाजाही को रोक देता है, जबकि घाटी में मौसम के खराब होने संबंधित किसी भी तरह की कोई गतिविधि नहीं देखी जाती है।
उन्होंने उपायुक्त से यह आग्रह किया है कि आपदा प्रबंधन के अधिकारियों को लाहौल स्पीति के मौसम की परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए ही कदम उठाने को कहा जाए। विधायक रवि ठाकुर ने कहा दौरे के दौरान घाटी के लोगों की अधिकांश समस्या का मौके पर ही समाधान करें। विधायक रवि ठाकुर ने कोकसर पंचायत, सिस्सू पंचायत, डिम्पुक, तेलिंग, खरचोद, तोचे के ग्रामीणों की जहां दिक्कतें जानी वहीं लावरंग गोंपा कमेटी के सदस्यों से भी मुलाकात की।