संगड़ाह, 31 मार्च : पंचायत समिति के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के चुनाव में कांग्रेस को करारा झटका लगा है। श्री रेणुका जी विधानसभा क्षेत्र के विधायक विनय कुमार के मंसूबों पर पानी फिर गया है। दरअसल, कांग्रेस भाजपा समर्थित अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित करवाने में असफल रही थी। इसी के मद्देनजर शुक्रवार को चुनाव निर्धारित हुआ था। लेकिन, कोरम पूरा न होने की वजह से चुनाव 8 अप्रैल तक टल गया है।
हैरान करने वाली बात ये है कि कांग्रेस समर्थित सदस्यों ने ही चुनाव में हिस्सा नहीं लिया। बीडीसी की सियासत को गर्माए करीब एक महीना बीत चुका है, लेकिन उठापटक का दौर अब भी जारी है।
वीरवार को ही भाजपा समर्थित पदमुक्त बीडीसी अध्यक्ष मेला राम शर्मा ने दावा किया था कि कांग्रेस चुनाव में कोरम पूरा नहीं कर सकेगी। लिहाजा, शर्मा का दावा सच हो गया है। बता दें कि अध्यक्ष पद के लिए युवा कांग्रेस के अध्यक्ष तजेंद्र कमल बीडीसी की हाॅट सीट के लिए फ्रंट रनर माने जा रहे थे, लेकिन वीरवार को कांग्रेस आलाकमान ने प्रदेश भर के 111 युवा कांग्रेस पदाधिकारियों को पदों से हटाने का ऐलान कर दिया। इसमें तजेंद्र कमल भी थे।
उधर, बीडीसी के निवर्तमान अध्यक्ष मेला राम शर्मा ने कांग्रेस पर हमला बोला है। शर्मा ने कहा कि कांग्रेस सदस्यों का बैठक में हिस्सा न लेना बेहद ही शर्मनाक बात है। शर्मा ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव पर 11 सदस्यों के हस्ताक्षर करवाए गए थे, लेकिन जिला पंचायत अधिकारी को अविश्वास प्रस्ताव सौंपने तजेंद्र कमल व देवेंद्र शर्मा ही गए थे।
मेला राम शर्मा ने आरोप लगाया कि कुछेक सदस्यों को डरा-धमका कर दो दिनों से प्रदेश से बाहर रखा गया है। बीती रात विधायक के घर पर सदस्यों को पहुंचाया गया। शर्मा ने कहा कि कांग्रेस यही नहीं तय कर पा रही कि अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के पदों पर किसे मैदान में उतारना है। शर्मा ने दावा किया कि 8 अप्रैल को होने वाली पंचायत समिति की बैठक में भाजपा समर्थित उम्मीदवार ही अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के पद पर चुने जाएंगे।