शिमला, 09 नवंबर : हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (HPU) के दिव्यांग विद्यार्थियों ने असिस्टेंट प्रोफेसर (assistant professor) के लिए यूजीसी (UGC) की जेआरएफ (JRF) और नेट (NET) की परीक्षा में एक बार फिर अपनी प्रतिभा का परचम फहराया है। दो दिव्यांग विद्यार्थियों ने जेआरएफ और तीन ने नेट की कठिन परीक्षा उत्तीर्ण की है। कुलपति प्रोफेसर एसपी बंसल और प्रति कुलपति प्रोफेसर ज्योति प्रकाश ने उन्हें बधाई दी है।
विश्वविद्यालय के विकलांगता मामलों के नोडल अधिकारी प्रो. अजय श्रीवास्तव ने बताया कि दृष्टिबाधित विद्यार्थियों काजल पठानिया और सुखबीर सिंह ने क्रमशः राजनीति विज्ञान (political Science) और पुरातत्व विज्ञान (Archeology) में जूनियर रिसर्च फैलोशिप प्राप्त की है। चंबा के बीपीएल परिवार (BPL Family) से संबंधित सुखबीर पुरातत्व विज्ञान में फेलोशिप प्राप्त करने वाले प्रदेश के पहले विद्यार्थी हैं। काजल पठानिया कांगड़ा जिले के नूरपुर की रहने वाली हैं।
राजनीति विज्ञान में नेट उत्तीर्ण करने वाली शगुन चौहान दृष्टिबाधित है। बीपीएल परिवार के परमजीत सिंह और राहुल ने क्रम से कॉमर्स (commerce) और हिंदी में नेट की परीक्षा उत्तीर्ण की। यह दोनों शारीरिक रूप से दिव्यांग हैं। नेट और जेआरएफ पास करने वाले दिव्यांग विद्यार्थियों ने कहा कि विश्वविद्यालय में उनके लिए स्थापित सुगम्य पुस्तकालय से उन्हें पढ़ाई में काफी आसानी हुई।
कुलपति प्रो. एसपी बंसल और प्रति कुलपति प्रो. ज्योति प्रकाश ने दिव्यांग विद्यार्थियों की सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि हमें उन पर गर्व है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय दिव्यांग विद्यार्थियों के अधिकारों के संरक्षण के लिए सभी संभव प्रबंध कर रहा है।