शिमला ,02 जुलाई : प्रदेश भर के सरकारी पशु चिकित्सकों ने पंजाब सरकार के छटे वेतन आयोग की चिकित्सकों के विरुद्ध सिफारिशों के विरोध में पेन डाउन स्ट्राइक और काले पटे बांध कर काम किया। इस दौरान सिर्फ आपातकालीन सेवाएं जारी रखी गई ताकि गरीब पशु पालकों और किसानों को नुकसान न हो।
ये जानकारी हिमाचल प्रदेश पशु चिकित्साधिकारी संघ के महासचिव डॉ मधुर गुप्ता ने दी। पंजाब में चिकित्सकों का एनपीए घटाने और उसे मूल पे में न जोड़ने के विरोध में शुक्रवार को समूचे प्रदेश में विरोध प्रदर्शन किया गया। इस से पशु चिकित्सा की सेवाएं प्रदेश भर में प्रभावित रही और लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
डॉ मधुर ने बताया कि प्रदेश भर के पशु चिकित्सको में इस चिकित्सक विरोधी आयोग के प्रति भारी रोष है। उन्होंने बताया की पशु चिकित्सक गरीब समाज और किसानों के लिए दिन रात काम करते है और इस तरह की रिपोर्ट उनका मनोबल तोड़ने वाली है।
पशु चिकित्सा अधिकारी संघ पंजाब के चिकित्सकों के साथ इस मुश्किल दौर में साथ खड़ा है और इस लड़ाई को जारी रखेगा। उन्होंने कहा कि हिमाचल में भी एक संयुक्त मोर्चा बनाया जायेगा जिसमे सब विभागों के चिकित्सक इस एनपीए की लड़ाई में एक साथ होकर सरकार का सामना करेंगे।