हरिपुरधार/सुरेंद्र चौहान
शिमला के तहसील कुपवी के दुर्गम क्षेत्र में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कफलाह में वर्ष 2018 से प्रिंसिपल का पद रिक्त है। वर्ष 2018 से ही पॉलिटिकल प्रवक्ता, जियोग्राफी प्रवक्ता, मैथेमेटिक्स, फ़िज़िक्स, केमेस्ट्री और टीजीटी आर्ट्स, टीजीटी साइंस, बीएसई , डीपी, सीनियर असिस्टेंट सहित लंबे समय से पद खाली पड़े हुए हैं।
एसएमसी ने किया कड़ा विरोध
स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष श्री सुरेंद्र चौहान व कार्यकारिणी के सदस्यों ने स्कूल की पढ़ाई को बाधित करने में सरकार की गलत नीतियों का विरोध किया। समिति के अध्यक्ष चौहान ने कहा, कि सरकार को पहले ही पता है कि कोरोना वायरस की वजह से तमाम स्कूलों में छुट्टियां रही और अब सरकार के पास स्टाफ उपलब्ध नहीं है। एक ओर जहां स्टाफ कम ही उपलब्ध है वहां से इन दिनों में स्थानांतरण शुरू कर दिया है।
हाल ही में पिछले सप्ताह में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कफलाह से बीएससी पवन कुमार का तबादला कर दिया गया है, जबकि इस पाठशाला में पहले से ही स्टाफ की भारी कमी है और अत्यंत दुर्गम इलाकों में स्थित है। ऐसी स्थिति में पाठशाला में पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों को मार्च से होने वाले वार्षिक परिक्षाओं में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।
विगत कई वर्षों से सरकार नहीं दे सकी अव्वल आए विद्यार्थियों को लैपटॉप
स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष श्री सुरेंद्र चौहान ने बताया कि विगत 2-3 वर्षों से सरकार स्कूलों में अव्वल रहे विद्यार्थियों को, कोई भी सम्मान लेपटॉप्स या नकद पुरस्कार प्रदान करने में विफल रही। उन्होंने बताया कि शीघ्र ही सरकार राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के लिए उपयुक्त प्रोत्साहन राशि बच्चों को जल्द प्रदान करवाकर तत्काल कार्रवाई करते हुए, प्रिंसिपल सहित अन्य रिक्त पदों को भरने की कृपा करें, ताकि सरकारी स्कूलों की अनदेखी न हो ऐसी स्थिति में सरकारी स्कूलों की दयनीय हालत होती जा रही है। इसका सीधा असर ग्रामीण क्षेत्रों के विभिन्न स्कूलों में हो रहा है।