शिमला: पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने एपीएल परिवारों की सस्ते राशन की सब्सिडी में कटौती लो लेकर जयराम सरकार के निर्णय की आलोचना की है। वीरभद्र सिंह ने गुरूवार को कहा कि कोरोना संकट में सरकार के इस कदम से आम लोगों के जीवन पर विपरीत और व्यापक असर पड़ेगा। आज देश आर्थिक मंदी के साथ साथ कोरोना माहमारी से लड़ रहा है, ऐसे में बढ़ती महंगाई से आम लोगों को राहत दी जानी चाहिए न कि उन पर महंगाई थोपनी चाहिए।
उन्होंने प्रदेश सरकार को अपने इस फैंसले पर पुनः विचार करने की सलाह देते हुए कहा है कि इस समय जबकि देश गंभीर चुनौतियों से गुजर रहा है, ऐसे में लोगों के साथ न तो कोई अन्याय होना चाहिए और न ही किसी प्रकार का भेदभाव। प्रदेश सरकार को जल्द ही ऐसी कोई योजना बनानी चाहिए जिससे बढ़ती महंगाई पर काबू हो सकें साथ ही बेरोजगारी की बढ़ती समस्या कम हो सकें।
वीरभद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश में आधे से ज्यादा लोग मिडल क्लास परिवार के ही है। लोग खेती बाड़ी या बागवानी या फिर छोटा मोटा कारोबार करके अपना व अपने परिवार का बसर कर रहें है। उन्होंने कहा है कि प्रदेश में पूर्व कांग्रेस सरकार ने देश मे बढ़ती महंगाई व प्रदेश के लोगों की आर्थिकी को देख कर ही डिपुओं के माध्यम से सस्ते अनाज देने की एक बड़ी व्यवस्था शुरू की थी। इसके लिए उनकी सरकार ने हमेशा ही उचित बजट का प्रावधान भी किया पर आज यह व्यवस्था कही न कही टूटती सी नजर आई है।