भुंतर : भुंतर स्थित तेगुबेहड़ अस्पताल भवन की गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो गए हैं। भवन को बने कुछ ही समय ही हुआ है और यहां दरारें आ गई हैं और टाइलों का गिरना शुरू हो गया है। जिसके चलते यहां आने वाले रोगियों में दहशत का माहौल है, वहीं यहां ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक व अन्य स्टाफ भी डर के साए में नौकरी कर रहे हैं। हैरानी इस बात को लेकर है कि संबधित विभाग अभी तक निर्माण में कोताही को लेकर कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहा है।
जानकारी के अनुसार टाइलों की हालत इतनी खस्ता है कि चलते समय कोई मरीज टाइलों से छू भी जाए तो वह नीचे गिरना शुरू हो जाती है। जिस कारण यहां पर कई बार इलाज करवाने पहुंचे मरीज भी घायल होने से बाल-बाल बचे हैं। गौर रहे अस्पताल को पिछले साल ही वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर द्वारा अपग्रेड करके 50 बिस्तरों का अस्पताल घोषित कर जनता को समर्पित किया। यहां पर तीन डॉक्टरों की भी ड्यूटी लगाई गई जो दिन-रात मरीजों को स्वास्थ्य सुविधा देने में जुटे हैं। अस्पताल में लोगों का आना भी बढ़ गया है। वहीं अस्पताल निर्माण के दौरान लगाई गई सामग्री पर भी लोग सवालिया निशान उठा रहे हैं।
लोगों का कहना है कि टाइलों के गिरने का दौर लगातार जारी है। जिससे यह पता चलता है कि इस भवन निर्माण के दौरान सामग्री की गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा गया है। अगर जल्द इसकी व्यवस्था को नहीं सुधारा गया तो टाइलों के कारण मरीजों को भी चोट लग सकती है।
वहीं मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुशील चंद्र शर्मा का कहना है कि उन्हें इस बात की जानकारी मिली है। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को पत्र लिखकर अवगत करवा दिया है। जल्द ही भवन में लगी टाइलों को ठीक करवाया जाएगा ताकि मरीजों व अन्य स्टाफ को किसी प्रकार की दिक्कतें न उठानी पड़े। अस्पताल के भवन का उद्घाटन पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के द्वारा किया गया था। उसके बाद इसे अपग्रेड करने की प्रक्रिया भी चल रही थी साल 2019 में वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने इसे 50 बिस्तरों वाला अस्पताल घोषित किया। भवन की दीवारों पर लगे टाइलों के गिरने से लोगों ने गुणवत्ता में भी संदेह जताना शुरू कर दिया है।
स्थानीय ग्राम पंचायत के प्रधान धर्मवीर ठाकुर ने कहा कि उन्हें भी लोगो द्वारा इस बारे में शिकायतें मिली है। टाइलों के गिरने से अस्पताल में कार्यरत डॉक्टर और इलाज करवाने आ रहे लोगो के दहशत का माहौल है। उन्होंने भी लोक निर्माण विभाग से इसे जल्द ठीक करने की मांग रखी है।