भुंतर: शनिवार को भुंतर पुल की गार्डन टूटने से आवाजाही को रोक दिया हैै। पुल बंद करने से जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है,लेकिन प्रशासन और विभागीय अमला पुल के मामले गंभीर नहीं दिख रहा। जबकि पुल की उपयोगिता को देखते हुए इसकी मरम्मत का काम रात-दिन चलना चाहिए था,संडे की छुट्टी के कारण इसका काम बंद रखा गया। संडे को केवल विभागीय व प्रशासन के अधिकारियों द्वारा पुल का निरीक्षण किया गया। इसकी जांच रिपोर्ट तैयार कर एसडीएम कुल्लू को सौंप दी जाएगी उसके बाद आगामी कार्रवाई शुरू होगी।
निरीक्षण के समय एक्सइन नेशनल हाईवे पंडोह महेश राणा,एक्सइन लोक निर्माण विभाग मैकेनिकल बिंग केके रावत,भुंतर तहसील के नायब तहसीलदार दयाराम व अन्य अधिकारी मौजूद रहे। गौर रहे शनिवार शाम को भुंतर पुल की गाडर टूटने से यातायात सेवाएं बंद कर दी है । जिससे जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सबसे ज्यादा परेशानी किसानों व बागबानों को है,क्योंकि इस समय सीजन जोरों पर है। किसानों को अपने उत्पाद भुंतर सब्जी मंडी पहुंचाने के लिए वाया बजौरा जाना पड़ रहा है।
आम जनता को भी इसी रोड का ही सहारा लेना पड़ रहा है। मणिकर्ण आने जाने वाली गाड़ियां लाल पुल के पास रुक कर वापिस हो रही है। मंडी जाने वाले यात्री वाहन व अन्य गाड़ियां भी गड़सा रोड़ से बजौरा होकर निकल रही है। पुल की रिपेयर के लिए कितना समय लगेगा अभी नहीं बताया गया, लेकिन अनुमानित एक सप्ताह से ज्यादा समय लग सकता है। बढ़ती ट्रैफिक के चलते यह पुल अब वाहनों का बोझ सहन नहीं कर पा रहा । सरकार को इस स्थान पर अतिशीघ्र डबल लेन पुल लगा देना चाहिए ताकि जनता को राहत की सांस मिल सके। 24 सालों से इस पुल की समस्या से घाटी की जनता जूझ रही है। अगर बात की जाए तो यह पुल दशहरे के समय हमेशा ही परेशानी खड़ी करता है। लेकिन प्रशासन हर बार इस पुल की उपयोगिता को अनदेखी करता है। हर बार रिपेयर करकेे ही फिर से इसके ऊपर सेेेे गाड़ियां दौड़ा दी जाती है।
शनिवार को भी गाडर टूटने से बड़ी दुर्घटना होने से टल गई है । सरकार और प्रशासन को इस ओर ध्यान देते हुए अतिशीघ्र डबल लेन पुल का निर्माण कर देना चाहिए। जबकि डबल लेन पुल का कार्य प्रशासन को 2017 में ही कर देना चाहिए था,जिस समय पुराना सिंगल लेन अस्थाई ब्रिज बदलकर दूसरा रखा गया था।