एमबीएम न्यूज़/पावंटा साहिब
सिरमौरी अदरक की इन दिनों मण्डियों में बढ़ रही मांग के चलते बादशाहत है। गिरीपार क्षेत्र के शिलाई ले उच्चतम गुणवत्ता वाले अदरक की दिल्ली, पंजाब, हरियाणा व उत्तराखण्ड की सब्ज़ी मण्डियों में इन दिनों काफी मंग बढ रही है। शून्य लागत प्राकृतिक खेते तकनीक से उगाये जाने वाले इस अदरक की इस वर्ष दुगनी पैदावार हुई है। साथ ही उच्चतम गुणवत्ता वाले इस अदरक का उत्तर भारत की बडी मण्डियों में काफी अच्छा दाम मिलने से किसानों में भी खुशी की लहर है। जिला के पांवटा व शिलाई क्षेत्रों के गिरिपार इलाके में उगाया जाने वाला अदरक समूचे उत्तर भारत में अपनी उच्चतम गुणवत्ता के लिये काफी प्रसिद्ध है। यहां पहाडी ईलाकों में किसानों व बागबानों द्वारा यहां बिना किसी रसायनिक खाद व आधुनिक तकनीक के शून्य लागत प्राकृतिक खेती द्वारा अदरक तैयार किया जाता है।
इसके साथ ही इसकी धुलाई भी बिना किसी कैमिकल के प्राकृतिक पानी के स्रोतों से की जाती है। इसी लिये जहां एक ओर यहां एशिया में सर्वाधिक उच्चतम गुणवत्ता वाले की अदरक की पैदावार सबसे ज्यादा होती है। वही दूसरी ओर कैमिकल रहित इस सिरमौरी अदरक की हमेशा से बडी मण्डियों में काफी डिमांड रहती है। सर्दियों का मौसम शुरू होते ही इस वर्ष भी जिला सिरमौर के गिरीपार क्षेत्र का अदरक उत्तर भारत की बडी मण्डियों में पहुंचने लगा है। इस बार अबतक करीब 10-12 टन अदरक मण्डियों में पहुंच चुका है जोकि हाथों-हाथ बिक चुका है।
इसलिए इसकी लगातार मांग बढती ही जा रही है। वहीं इस बार किसानों को मण्डियों में इस अदरक के पूर्व वर्षों के मुकाबले काफी अच्छे दाम मिल रहे हैं। जिससे क्षेत्र के अदरक उगाने वालों में काफी खुशी की लहर है। इस बारे सुरेंदर चौहान, सुरेश, सुरेंदर, बलबीर सिंह, कल्याण सिंह, कुंदन सिंह, रघुबीर सिंह आदि स्थानीय किसानों ने बताया कि उनके द्वारा गोबर व केंचुआ खाद से उगाऐ जाने वाले शुद्ध अदरक के इस वर्ष 7000 रूपये क्विंटल तक दाम मिल रहे हैं। गिरीपार क्षेत्र के खजियार में आस-पास के कमरऊ, कफोटा, दुगाना, पोका, भीतरकुई, आदि करीब 20 पंचायतों से किसानों द्वारा यहां अदरक लाया जाता है जिसकी प्राकृतिक पाने के स्रोत में शुद्ध पाने से केमिकल रहित धुलाई करके बडी मण्डियों में भेजा जाता है। इन दिनों खजियार से रोज़ाना करीब 300-400 क्विंटल अदरक उत्तर भारत के दिल्ली, पंजाब, हरियाणा व उत्तराखण्ड में स्थित बडी सब्ज़ी मण्डियों में भेज जा रहा है।