अमरप्रीत सिंह/सोलन
जिला सोलन में जल्द ही टमाटर से संबंधित प्रोसेसिंग यूनिट लगाई जाएगी। जिसके लिए 2.70 करोड़ की डीपीआर भी तैयार कर ली गई है। यह बात कृषि मंत्री डा. रामलाल मारकंडा ने सोलन में कही। वह अपने निजी दौरे के दौरान यहां आए थे। उन्होंने कृषि उपज मंडी का निरीक्षण भी किया। कृषि मंत्री ने यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कृषि उपज मंडी प्रदेश ही नहीं देश की नंबर वन मंडी है। ई-नाम के तहत यहां अच्छा कार्य हो रहा है।
किसानों को इसका लाभ मिल रहा है। इसकी मॉनिटरिंग वह स्वयं कर रहे हैं। इस बार भी 4.5 करोड़ का कारोबार ई-नाम के तहत किया गया है, जिसे 9 करोड़ तक पहुंचाने का टारगेट है। उन्होंने कहा प्रदेश में बताया कि सोलन जिला व आसपास के क्षेत्र टमाटर उत्पादन में अग्रणी हैं। यहां पर टमाटर से संबंधित प्रोसेसिंग यूनिट लगाया जाना प्रस्तावित है। इसके लिए 2.70 करोड़ रुपये की डीपीआर तैयार कर ली गई है। इसके लिए वर्ल्ड बैंक से भी बात की जा रही है। जल्द ही सोलन जिला को प्रोसेसिंग यूनिट मिलेगा।
इसके अलावा प्रदेश में 10 करोड़ की लागत से कोल्ड स्टोर बनाए जा रहे हैं। अपने सोलन दौरे के दौरान उन्होंने कृषि उपज मंडी में व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि वह दूसरी बार सोलन मंडी आए हैं। इससे पहले उन्होंने यहां की सफाई व्यवस्था सुधारने और शौचालयों की हालत सुधारने के लिए कड़े निर्देश दिए थे। इस बार वह सफाई व्यवस्था से संतुष्ट दिखे। उन्होंने इसके लिए मंडी समिति सचिव प्रकाश की पीठ थपथपाई।
उन्होंने किसानों के लिए चलाई जा रही खेतों की बाड़बंदी की योजना को लेकर कहा कि सोलर फैंसिंग किसानों के लिए बेहद फायदेमंद योजना है। उन्होंने बताया कि यह योजना बरसात के मौसम में उगने वाले घास के कारण फेल हो रही है। घास के कारण सोलन फैंसिंग का करंट लीक हो जाता है। यह कारगर नहीं रहती। किसानों की इस समस्या को देखते हुए अब निर्णय लिया गया है कि सोलर फैंसिंग में बदलाव कर इसकी नीचे वाली तारों की जगह क्रेट वायर लगाई जाएगी।
Latest
- मंत्री जी- कब चलेगी एक साल से बंद पड़ी सोलन पीरन HRTC बस सेवा : बिमला वर्मा
- सुप्रीम कोर्ट में लंबित मामलों को निपटाने का मौका, 6 दिन लगेगी विशेष लोक अदालत
- मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने केलांग में निर्वाचन प्रक्रिया को लेकर की गई व्यवस्थाओं का लिया जायजा
- मार्च 2024 में 4.9 प्रतिशत बढ़ा भारत का औद्योगिक उत्पादन सूचकांक
- सोलन में हाथ से मैला उठाने वालों का सर्वेक्षण पूरा, मैनुअल स्केवेंजर मुक्त घोषित