रिकांगपिओ (जीता सिंह नेेगी): जिला मे इन दिनो कडाके की ठंड चल रही है। लेकिन इस कडाके की ठंड में प्राईमरी स्कूल के छात्र कैसे परीक्षा देगें जबकि स्कूलों में ठंड से बचाव के लिए कोई पुख्ता प्रबन्ध नही किया गया है। जिला में इन दिनों पहली से चौथी कक्षा में पढ रहे छोटें-छोटे छात्रो की परीक्षाएं चल रही है, मगर कई स्कूलों मे छात्रो के लिए प्रर्याप्त हिटिंग सुविधा न होने से बच्चों को परीक्षाएं देने में खासी दिक्कतों का सामना करना पड रहा है।
अधिकतर स्कूलों में तापमान एक डिग्री से नीचे भी आ रहा है। ऐसे में हालात का अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है। वर्तमान में जिला में करीब 180 सरकारी प्राईमरी स्कूल चल रहे है। जिला में बर्फबारी व बारिश के कारण ठंड बढ गई है जिसके चलते परीक्षाएं कमरों में चल रही है। मगर जिला के कई प्राईमरी स्कूलो में छात्रो के सर्दी के बचाव के लिए पूर्ण सुविधा नही है जिससे छात्रो को भारी ठंड के बीच परीक्षा देना टेढी खीर साबित हो रही है। बताते चले कि स्कूलो में एक-एक हीटर तो दिया गया है लेकिन छात्रो की संख्या अधिक होने से मात्र एक हीटर अध्यापक प्रयोग करे या छात्रो को दे।
प्राईमरी स्कूल संघ कल्पा ब्लॉक के सचिव हंस राज नेगी ने प्रेस को जारी ब्यान में बताया कि छोटे कक्षाओं के बच्चों को भारी बर्फबारी के बीच पेपर देने में खासी परेशानियों का सामना करना पड रहा है। उन्होंने बताया कि विभाग की ओर से स्कूल के लिए मात्र एक हीटर ही उपलब्ध करवाया हैै जो नाकाफी है। उन्होंने कहा कि जिले के ऊचांई वाले क्षेत्रो रक्छम, छितकुल, नेसंग सहित कई क्षेत्रों में तो दो फिट तक बर्फबारी दर्ज की गई लेकिन वहां के बच्चों को भी मात्र एक हीटर के सहारे ही पेपर देना पड रहा है।
कार्यालय मे तैनात वरिष्ठ सहायक सुशील कुमार ने माना की जिला के सभी प्राईमरी स्कूलो को एक-एक हीटर उपलब्ध करवाया गया है। अगर स्कूल प्रबंधन ओर हीटर की मांग करती है तो इसकी मांग विभाग से की जाएगी। सचिव प्राईमरी संघ कल्पा ने शिक्षा विभाग से मांग की कि छोटे बच्चों की वार्षिक परीक्षा के दौरान या तो पूर्ण हीटिंग सुविधा उपलब्ध करवाई जाए या विभाग अगले सत्र से बडे छात्रो से पहले परीक्षा पहले करवाई जाए।