जंजैहली (लीलाधर चौहान) : उपमंडल की ग्रांम पंचायत शिल्हीवागी में एक दलित नाबालिग से रेप का मामला सामने आया है। हालांकि मामला जंजैहली थाने में शनिवार को पहुंचा था, जिस पर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज नहीं की। लडक़ी के माता-पिता से मिली जानकारी के अनुसार कुछ दिन पहले उनकी लडक़ी के साथ उनके गांव के साथ शलगी गांव के 30 वर्षीय युवक ने खेत में रेप किया था।
मिडिया ने इस बारे जब पुलिस से सवाल किया तो मामला दर्ज क्यों नहीं किया गया तो इस पुलिस ने कहा कि परिजन थाने आए थे लेकिन पीडिता साथ नहीं थी। उधर इस बारे थाना प्रभारी मोहन सिंह का कहना है कि वह कोर्ट में पेशी के सिलसिले में बाहर गए थे। लिहाजा मामले की जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर परिजन आए थे तो मामला तुरंत दर्ज होना चाहिए था।
मजबूरी में 22 हजार में सिमटा समझौता
लडक़ी के माता-पिता ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि जब जंजैहली पुलिस ने उन्हें गुमराह करके घर भेज दिया तो उनके पास कोई चारा नहीं बचा था। गांव के लोगों ने उन पर दबाव डाला और उन्होंने मजबूर होकर 22 हजार में समझौता कर दिया जिसमें शिल्हीबागी के वार्ड पंच सहित गांव के लोग शामिल थे।
थाने के कर्मियों पर होनी चाहिए कार्रवाई
इस बारे में सराज हैल्प एवं विकास संघ व प्रेस क्लब के अध्यक्ष ने बताया कि वे जब 15 सालों से सराज के गरीब और शोषित समाज की आवाज को सरकार तक पहुंचाने का काम निस्वार्थ भाव से कर रहें है मगर अब तो पुलिस के कुछ कर्मी व अधिकारी उन्हें अपना दुश्मन समझकर उनके खिलाफ झूठे व जालसाजी मुक्कदमें बना रही है ।