शिमला (एमबीएम न्यूज) : एआईसीसी के महासचिव व प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सुशील शिंदे के आगमन पर पीसीसी चीफ सुक्खू के विरोध में नारेबाजी के बाद आज पार्टी कार्यालय में प्रदेश कांग्रेस समिति की राज्य कार्यकारिणी की बैठक बंद कमरे में चली। इस बैठक में प्रभारी सुशील शिंदे विशेष तौर पर उपस्थित हुए। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह, पीसीसी चीफ सुखविंद्र सिंह सुक्खू, आईपीएच मंत्री विद्या स्टोक्स, स्वास्थ्य मंत्री ठाकुर कौल सिंह, परिवहन मंत्री जीएस बाली सह प्रभारी सचिव रंजीत रंजन, एआईसीसी सदस्य, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी और सचिव और अग्रणी संगठनों के प्रमुखों ने इस बैठक में हिस्सा लिया। राज्य अतिथि गृह पीटर हाफ के बाद आज पार्टी मुख्यालय में भी नारेबाजी का दौर चला। प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष विक्रमादित्य सिंह ने नारेबाजी करने वालों को लताड़ लगाई। कांग्रेस के युवा कार्यकर्ता युकां अध्यक्ष के कांग्रेस भवन पहुंचने पर नारेबाजी कर रहे थे। युकां अध्यक्ष ने कार्यकर्ताओं को लताड़ लगाते हुए तुरंत नारेबाजी बंद करने को कहा। प्रभारी सुशील शिंदे के बैठक में पहुंचने पर लगातार नारेबाजी करने वाले कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को शिंदे ने खुद नारेबाजी बंद करने की नसीहत दी।
इस बैठक में शिंदे ने संगठन के कामकाज का फीडबैक लिया और कार्यकर्ताओं को चिंतन मनन कर एक जुटता से काम करने की नसीहत दी। शिंदे ने कहा कि हिमाचल उनके लिए नई जगह नहीं है। इससे पहले भी वह यहां आ चुके है। शिंदे ने कांग्रेस नेताओं-कार्यकर्ताओं को एकजुटता का पाठ पढ़ाते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी में अनुशासनहीनता सहन नहीं की जाएगी। कांग्रेस का जो भी कार्यकर्ता एक दूसरे के खिलाफ ब्यानबाजी करेगा उसके खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव नजदीक है। ऐसे में एकजुटता दिखाकर ही मिशन रिपीट की तरफ बढा जा सकता है।
बैठक में वीरभद्र सिंह ने संगठन में सीधे चुनावो की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि किसी भी चुनाव से संगठन को मजबूती मिलती है। चुनाव से नया जोश आता है और नेताओं को बल मिलता है। वीरभद्र सिंह ने कहा कि आज देश में पार्टी की कमजोरी की मुख्य वजह उन्हे पिछले कई वर्षो से चुनाव न होना ही लगता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी प्रदेश में पूरी मजबूती के साथ आगामी विधान सभा चुनावों में उतरेगी और फिर से प्रदेश में कांग्रेस की लोकप्रिय सरकार बनेगी।
कांग्रेस के प्रभारी बनाए जाने के बाद शिंदे पहली बार राजधानी आए हैं। बीते कल जब वह राज्य अतिथि गृह पीटरहाफ पहुंचे, तो बड़ी तादाद में कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सुखविंद्र सिंह सुक्खू के खिलाफ नारेबाजी की। शिंदे के लिए सरकार व संगठन के बीच चल रही तनातनी को सुलझाने की चुनौती रहेगी। हिमाचल कांग्रेस में लंबे अरसे से गुटबाजी हावी है। सरकार के मुखिया वीरभद्र सिंह कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सुखविंद्र सिंह सुक्खू की कार्यप्रणाली से खफा चल रहे हैं। विधानसभा चुनाव से पहले वह सुक्खू को इस पद से हटाना चाहते हैं। दूसरी ओर सुक्खू द्वारा भी मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह पर सीधा निशाना साधा जा रहा है।