शिमला : कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए हिमाचल सरकार पूरी एहतियात बरत रही है। दिल्ली से लौटे तबलीगी जमातियों से कोरोना संक्रमण फैलने की आशंका के चलते सरकार ने 15 मार्च के बाद दिल्ली से हिमाचल आए सभी लोगों का कोरोना वायरस का टैस्ट करवाने का फैसला लिया है। राहत की बात यह रही कि आईजीएमसी शिमला में आज छह संदिग्ध मरीजों की कोरोना की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। इसी तरह टांडा में भी 23 टेस्ट नेगेटिव पाए गए। अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य आरडी धीमान ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि 15 मार्च के बाद दिल्ली से आए सभी लोगों की जांच के लिए नमूने लिए जाएंगे तथा तब तक उनको निगरानी मे रखा जा रहा है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में लगभग 8000 टीमें विभिन्न जिलों में घर-घर जाकर एक्टिव केस फाइंडिंग कैम्पेन के अन्तर्गत जानकारी एकत्र कर रही है ताकि ऐसे किसी भी व्यक्ति जो दूसरे देश या प्रदेश से आएं हो एवं संदिग्ध श्रेणी में आaते हों ता उनका उचित उपचार किया जा सकें।
उन्होंने यह भी बताया कि प्रदेश में जो कल तीन लोग कोविड-19 के प्रति पोजिटिव पाए गए थे, उनके सम्पर्क में आएं दूसरे लोगों की पहचान की जा रही है एवं आवश्यकतानुसार उनकी भी जांच के नमूने लिए जा रहें है। धीमान ने बताया कि कुछ लोग दिल्ली से बद्दी में आकर ठहरे हुए थे उनमें से एक महिला की तबीयत खराब होने के बाद उसे बद्दी के निजी अस्पताल में लाया गया था। वहां से उसे पीजीआई चण्डीगढ भेज दिया गया था, जहां पर पिछली रात उस महिला का देहान्त हो गया एवं उसे कोविड-19 पोजिटिव पाया गया।
यह जानकारी पीजीआई चण्डीगढ से मिलने के उपरान्त उसके साथ के सभी लोगों को आईसोलेट कर दिया गया है एवं उनके भी जांच के नमूने लिए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि आज प्रदेश में 28 कोविड-19 के प्रति जांच के नमूने लिए गए हैं जिनमें से तीन व्यक्तियों के पुनः जांच के नमूने लिए गए थे। इनमें से 23 नमूनों की रिपोर्ट जिनकी जांच टाण्डा में की गई थी उन सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है। इसी तरह देर शाम आईजीएमसी शिमला से आए छह नमूनों की रिपोर्ट भी नेगेटिव प्राप्त हुई।