हमीरपुर ( एमबीएम न्यूज़ ): आदित्य किडनैपिंग मामला एक रहस्य बनकर रह गया है। करीब दो साल पहले घर के आंगन से अचानक गायब हुए इस मासूम का आज तक कोई सुराग नहीं लग पाया है। आदित्य की मां घर के आंगन को टकटकी लगाकर देखती रहती है कि कब उसका बेटा आएगा और उसे गले लगाएगा। लेकिन दो वर्ष बाद भी यह मामला सुलझने का नाम नहीं ले रहा है।
उल्लेखनीय है कि हमीरपुर दो साल पहले सलासी के पास से किडनैप हुए पांच साल के मासूम आदित्य के सनसनीखेज किडनैपिंग मामले में स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) ने आदित्य के ताया व ताई का गुजरात फॉरेंसिक लैब में नार्को टैस्ट करवा लिया है। एसआईटी टीम इन दोनों पारिवारिक सदस्यों को टैस्ट के लिए गुजरात लेकर गई थी। वहां ताया अशोक कुमार और ताई सुषमा का टैस्ट हो गया है। दोनों ने कोर्ट में इसको करवाने की सहमति दी थी।
उक्त दोनों पारिवारिक सदस्यों ने किसी भी शक-शुबह को दूर करने को लेकर अपना यह टैस्ट करवाने की अनुमति दी थी। नार्को टैस्ट के बावजूद जाँच एजेन्सी को कोई सुराग़ हाथ नहीं लग पाया है ।
इस रिपोर्ट से साफ हो जाना था कि पारिवारिक लोगों पर किसी भी तरह का कोई संदेश गलत है या सही। एसआईटी के लिए भी अब यही एक आखिरी उम्मीद भी बची है। जांच एजेंसी ने पहली बार परिवार के सदस्यों का कोई बड़ा टैस्ट इस मामले की जांच को लेकर करवाया है। इससे पूर्व शक के घेरे में आए होटल मैनेजमेंट के एक पूर्व स्टूडेंट विजय तोमर का सीबीआई की दिल्ली स्थित फॉरेंसिक लैब में पॉलीग्राफी टेस्ट करवाया गया था, लेकिन रिपोर्ट में कुछ खास नहीं निकला। जिसकी वजह से जांच एजेंसी को उसके पास से कोई भी सुराग मामले को हल करने को लेकर मिल पाया। अब ताया-ताई का नार्को टैस्ट करवाने के बाद रिपोर्ट ही जांच का अगला दायरा तय करेगी।