नाहन (एमबीएम न्यूज) : 19 अगस्त 1981 को जन्मे दीपक वर्मा को एडवेंचर वल्र्ड का खासा अनुभव हो गया है। हो भी क्यों न, 14 देशों की यात्रा कर चुके हैं। साथ ही दक्षिण भारत में ऐसे एडवेंचर्स ट्रिप आयोजित किए, जो हर किसी के मन में रोमांच पैदा कर देते हैं।
हालांकि दीपक मूलत: शिमला जिला के ठियोग के रहने वाले हैं, लेकिन दशकों से परिवार पांवटा साहिब में ही सैटल है। दक्षिणी भारत में पश्चिमी घाट की टे्रकिंग की महारत है तो P-2 लैवल के पैराग्लाइडर भी हैं। दक्षिण भारत से दीपक ने चंडीगढ़ का रुख कर लिया है, क्योंकि अपने पैतृक राज्य के साथ-साथ उत्तर भारत में एडवेंचर से जुड़े कलापों का बड़ा वैक्यूम है।
एमबीएम न्यूज के कार्यालय पहुंचे दीपक वर्मा ने अपनी भावी योजनाओं पर चर्चा की। उनका कहना है कि वह चाहते हैं कि स्कूलों में एडवेंचर से जुड़े कलापों को आयोजित किया जाए। इसमें मुख्य तौर पर वॉल क्लाइबिंग, कमांडो क्रॉल, टीम गेम्स व टैंट पीचिंग इत्यादि शामिल हो। वर्मा ने कहा कि छात्रों के एडवेंचर थ्रिल को पूरी तरह से सुरक्षित रखने का प्रावधान होता है। उन्होंने कहा कि सिरमौर के चूड़धार की ट्रेकिंग का दोहन नहीं हुआ है।
पांवटा साहिब के गुरु नानक मिशन स्कूल से पढ़े दीपक ने अपनी आगे की पढ़ाई टूरिज्म व एडवेंचर से ही पूरी की है, क्योंकि बचपन से ही एडवेंचर का शौक था। उनका यह भी कहना है कि सिरमौर में एडवेंचर टूरिज्म का दोहन करना उनकी सबसे बड़ी प्राथमिकता है।
दीपक ने YO! BUDDYZ एडवेंचर क्लब भी बनाया है, जिसे पंजाब के जिरकपुर से बखूबी संचालित कर रहे हैं।