शिमला, 15 अप्रैल : दि हिमालयन एक्सपीडिशन (The Himalayan Expedition) द्वारा 12 से 14 अप्रैल, 2024 तक नारकंडा से सराहन ‘सिल्क रूट अल्ट्रा ट्रेल 2024’ (Silk Route Ultra Trail का आयोजन किया गया। जिसमें राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय ख्याति के ट्रेल धावक ने हिस्सा लिया। उल्लेखनीय है कि इस आयोजन को लोकसभा चुनाव-2024 के लिए स्वीप गतिविधि में शामिल किया गया है, जिसमें धावक लोगों को मतदान के लिए भी जागरूक किया।
अतिरिक्त उपायुक्त शिमला अभिषेक वर्मा तथा जिला एवं सत्र न्यायधीश रामपुर बीरेन्द्र ठाकुर ने नारकंडा से ट्रेल को झंडी दिखाकर रवाना किया।उपायुक्त अभिषेक वर्मा ने कहा कि यह आयोजन बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसमें साहसिक गतिविधि के साथ-साथ पर्यटन, पुराना भारत-तिब्बत मार्ग और स्वीप गतिविधि को जोड़ा गया है। इस गतिविधि में जहां एक ओर साहसिक खेलों और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। वहीं पुराने पारम्परिक सिल्क रूट (पुराना भारत-तिब्बत मार्ग) का जीर्णोद्धार होगा। इसी प्रकार स्वीप के तहत धावकों द्वारा ट्रेल में पड़ने वाली 30 पंचायतों में लोगों को मतदान करने के लिए प्रेरित किया। इसके अतिरिक्त, इस ट्रेल में बच्चों ने भी हिस्सा लिया। जिला एवं सत्र न्यायाधीश रामपुर बीरेन्द्र ठाकुर ने भी उपस्थित प्रतिभागियों को संबोधित किया।
कार्यक्रम में हैं चार चुनौती पूर्ण श्रेणियां, 190 प्रतिभागी ने लिया हिस्सा
यह ट्रेल रन, 2024 तक का चौथा संस्करण है, जो प्रतिभागियों और दर्शकों को एक रोमांचक अनुभव देते हुए हिमालय के प्राचीन और जंगली इलाकों से होकर गुजरेगा। इस कार्यक्रम में चार चुनौती पूर्ण श्रेणियां है जिसमें 100 कि.मी, 55 कि.मी, 33 कि.मी और 15 कि.मी के ट्रैक शामिल है। सभी श्रेणियों की शुरुआत नारकंडा से हुई है। जिसमें 15 किलोमीटर ट्रेल बागी से संपन्न , 33 किलोमीटर ट्रेल लाफूघाटी में संपन्न, 55 किलोमीटर ट्रेल नरेन और 100 किलोमीटर ट्रेल सराहन में संपन्न हुआ।
इस प्रतियोगिता में लगभग 190 प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिनमें भारतीय सशस्त्र बल के साथ-साथ राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय ख्याति के ट्रेल धावकों और लगभग 80 स्कूली बच्चे की भागीदारी शामिल रही है। सिल्क रूट अल्ट्रा ट्रेल 2024 में फ्लैगशिप रेस एक दिवसीय 100 कि.मी. अल्ट्रा ट्रेल मैराथन है।यह प्रतिष्ठित अल्ट्रा ट्रेल दौड़ प्राचीन भारत-तिब्बत सड़क से होकर गुजरी, जो कठिन और कच्चे पथरीले रास्तों से भरपूर है और दौड़ने वालों को एक चुनौती देती है। इस प्रतियोगिता के दौरान प्रतिभागी ने अपनी शारीरिक क्षमताओं के साथ अपनी मानसिक सहनशीलता का भी परीक्षण किया।
प्रतिभागियों की सुरक्षा के लिए, दि हिमालयन एक्सपीडिशन के आयोजकों ने इस ट्रेल को कड़ी मेहनत से पहचाना और चिह्नित किया है, जिसकी शुरुआत 13 अप्रैल को सुबह 5.30 बजे शिमला के नारकंडा से की। यह प्रतियोगिता 14 अप्रैल को पुरस्कार वितरण समारोह के साथ समाप्त हुई। दि हिमालयन एक्सपीडिशन का ‘सिल्क रूट अल्ट्रा ट्रेल’ का उद्देश्य साहसिक खेलों को प्रोत्साहित और इस प्राचीन मार्ग के सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्त्व को उजागर करना है, जो प्रतिभागियों और दर्शकों के बीच साझेदारी की भावना को बढ़ावा देगा। इसके अतिरिक्त कार्यक्रम का उद्देश्य स्वीप के तहत पात्र युवा मतदाताओं को मतदाता सूची में पंजीकरण करवाने के लिए तथा मतदाताओं को अपने मत का प्रयोग करने के लिए प्रेरित करना है।इस अवसर पर उपमंडलाधिकारी (ना.) कुमारसैन केके शर्मा सहित अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।@k1