नाहन, 20 अगस्त : हर वर्ष गोगा नवमी वाले दिन नाहन शहर में रियासत काल से ‘छड़ियों का मेला’ आयोजित होता है। सावन माह की संक्रांति से लेकर रक्षाबंधन तक गोगाजी के जोगी पुजारी घर- घर गोगाजी की छड़ी माथा टेकने के लिए लेकर जाते हैं। रक्षाबंधन वाले दिन गोगाजी की छड़ी एक दिन के लिए नाहन के बड़ा चौक में स्थापित की जाती है, तथा अगले दिन छोटा चौक में गोगा नवमी तक स्थापित की जाती है।
गोगा नवमी वाले दिन नाहन गोगा माड़ी के गद्दी भगत द्वारा गोगाजी की मुख्य छड़ी को छोटा चौक से गोगा माड़ी मंदिर लाया जाता है। वर्तमान में नाहन गोगा माड़ी के गद्दी भगत सुखदेव शर्मा हैं। सुखदेव शर्मा के उम्रदराज होने के कारण अब नाहन के गद्दी भगत की भूमिका 18 वर्षीय भावन शर्मा द्वारा निभाई जाती है। छोटी उम्र से ही भावन शर्मा को गोगाजी का साक्षात आशीर्वाद प्राप्त है। पिछले 5 वर्षों से गोगाजी की मुख्य छड़ी को भावन शर्मा ही छोटा चौक से गोगा माड़ी मंदिर लाते हैं। इस वर्ष भी भावन ने ही यह परंपरा का निर्वहन किया।
ऐसा माना जाता है कि गोगाजी के गद्दी भगत को साक्षात आशीर्वाद प्राप्त होता है। नाहन गोगा माड़ी में समय पर चमत्कार भी देखने को मिलते हैं।