सोलन, 9 दिसंबर : जिला को शिक्षा का हब माना जाता है। यहां दर्जन भर से अधिक शिक्षण संस्थान स्थापित है। ये आरोप अक्सर लगते रहे है कि शिक्षा का व्यापारीकरण भी सरेआम हो रहा है। ओच्छघाट स्थित एक डीएवी डेंटल कॉलेज में छात्र अपनी मांगो को लेकर हड़ताल पर है। वहीं एक अध्यापक का विडियो छात्राओं ने वायरल किया है, जिसमें शिक्षक महोदय सरेआम कहते नजर आ रहे है कि तुम्हे पास किया जाता है, पास होते नहीं है। ऐसे में डेंटल कॉलेज की शिक्षण प्रक्रिया पर सवालिया निशान खड़े हो रहे है।
जब देश में इस तरीके से दंत चिकित्सक डिग्रियां हासिल करेगा तो मरीजो का भविष्य कैसा होगा। निश्चित तौर पर शिक्षा प्रणाली को जांचने वाले विभागों को ऐसे शिक्षण संस्थानों की निष्पक्षता से जांच करनी चाहिए ताकि भावी डॉक्टर मरीज का इलाज सही से कर सके। शिक्षक की बात सुन कर समझ आ रहा है कि इस डेंटल कॉलेज में किस तरह से पढ़ाई होती होगी।
छात्रों के मुताबिक डेंटल कॉलेज से तीन विभाग अध्यक्षों को निकाल दिया गया है। जिन्हें वापिस लाने के लिए विद्यार्थियों द्वारा दो दिनों से प्रदर्शन किया जा रहा है। लेकिन कॉलेज प्रशासन अनुचित तरीके से हड़ताल खत्म करवाना चाहता है। छात्रों का तर्क है कि अगर अध्यापक ही कॉलेज में नहीं होंगे तो उनकी पढ़ाई और प्रेक्टिकल कैसे हो पाएंगे। उन्होंने आरोप लगाया है कि कॉलेज प्रशासन उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है। उनके प्रदर्शन को समाप्त करने के लिए कॉलेज में तैनात टीचर्स हदें पार कर रहे है। वीडियो वायरल होने के बाद इस मामले में मिलीजुली प्रतिक्रिया भी सामने आ रही है।
ये उच्च स्तरीय जांच का विषय है कि वास्तव में छात्रों को बगैर पढ़ाई के ही पास कर दिया जाता है या फिर हड़ताल वापसी के लिए स्टूडेंट्स को धमकाया जा रहा है। फ़िलहाल इस मामले में कॉलेज प्रबंधन का पक्ष नहीं मिला है। इस दौरान शिक्षक का छात्रों से तीखा संवाद भी हुआ। छात्र अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर बैठे हुए हैं।