नाहन, 17 नवंबर : शहर के कारोबारी परिवार पर दोहरा दुखों का पहाड़ टूटा है। 9 नवंबर से लापता बेटे अमित अरोड़ा (40) ने गंगा में डूबने से मौत हो गई है। परिवार को बेटे का शव तक नहीं मिला, क्योंकि उत्तराखंड की हरिद्वार पुलिस ने शव को लावारिस मानकर दाह संस्कार कर दिया था। स्थानीय पुलिस ने अमित के लापता होने की रिपोर्ट 10 नवंबर को दर्ज की थी, तब से उसका कोई सुराग नहीं मिल पा रहा था। जानकारी के मुताबिक अमित घर से सीधा ही स्कूटी पर हरिद्वार चला गया था।
बताया जा रहा है कि 11 नवंबर को अमित हरिद्वार में गंगा नदी में डूब गया। स्थानीय पुलिस ने उसके शव को बरामद कर लिया था। 15 नवंबर तक शिनाख्त न होने के बाद हरिद्वार पुलिस ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया। मिली जानकारी के मुताबिक बीती रात परिवार को उत्तराखंड पुलिस की साइट के माध्यम से लावारिस लाशों के काॅलम में अमित की तस्वीर पहचान में आई। इसके बाद परिवार के पांव तले जमीन खिसक गई।
बुधवार सुबह ही परिवार हरिद्वार के लिए रवाना हो गया। बताया जा रहा है कि उत्तराखंड पुलिस ने अमित के सामान की शिनाख्त भी परिवार से करवाई। परिवार ने हरिद्वार में ही अमित की अस्थियों का विसर्जन करने का फैसला लिया। उधर, एक अन्य जानकारी के मुताबिक अमित की स्कूटी को पार्किंग से बरामद कर लिया गया है। हालांकि, 40 वर्षीय अमित खुद भी एक सफल कारोबारी था, लेकिन कुछ अरसे से डिप्रेशन में आ गया था। पिता मनमोहन अरोड़ा शहर के एक नामी कारोबारी हैं।
कारोबारियों में अमित के आकस्मिक निधन पर शोक की लहर है। स्थानीय पुलिस ने इस बात की पुष्टि की है कि अमित की गुमशुदगी की रिपोर्ट 10 नवंबर को दर्ज की गई थी। परिवार ने उसकी मृत्यु की सूचना दी है। इसके मुताबिक नाहन से हरिद्वार जाने के बाद अमित की गंगा में डूबने से मौत हो गई।