शिमला, 28 सितंबर : केंद्र सरकार द्वारा पारित नए कृषि विधेयक के विरोध में कांग्रेस पार्टी ने सोमवार को रिज मैदान स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा के आगे मोन रखा व उसके बाद राजभवन तक मार्च पास किया। इस कानून के विरोध में कांग्रेस ने एक ज्ञापन राज्यपाल को सौंपा, जिसमें इस कानून को रद्द करने की मांग की गई हैं। इस दौरान राज्य कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने कहा है कि कांग्रेस देश मे किसानों के हक की लड़ाई लड़ेगी। उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा कृषि पर बनाए गए नए कानूनों को काला कानून बताते हुए कहा है कि कांग्रेस किसानों के साथ खड़ी है।
राठौर ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने पहले देश की अर्थव्यवस्था को चोपट किया और अब किसानों पर एक ऐसा कानून थोप दिया जिसमें वह कुछ बड़े और सरमायेदारों और विचोलियो के हाथों की कठपुतली बन कर रह जायेगा। किसानों को जब उनकी फसल का कोई उचित दाम नही मिलेगा तो वह मजबूरी में अपनी फसल उन धना सेठों,विचोलियो को बेचने में मजबूर हो जाएगा, क्योंकि उसके पास अपनी फसल रखने के न तो पर्याप्त भंडार ही है और न ही वह इसे ज्यादा दिंनो तक अपने पास सुरक्षित रख सकता है।
उन्होंने कहा कि किसानों को आत्मनिर्भर का सपना दिखाने वाले प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों को पूरी तरह बड़ी कंपनियों व विचोलियो के हाथों गिरवी रखने का अधिकार धनासेठो को दे दिया है।
राठौर ने कहा कि बागवानों को सही दाम नही मिल रहे है।उन्होंने कहा कि सरकार ने इन्हें भी बागवानों को लूटने की खुली छूट दे रखी है।उन्होंने कहा है कि केंद्र सरकार का कृषि उत्पाद को एम एस पी से बाहर करने का यह पहला कदम है।उन्होंने कहा कि इस कानून से देश का किसान फिर से सरमायेदारों,विचोलियो का गुलाम बन जायेगा।उन्होंने कहा कि देश का यह बहुत ही बड़ा दुर्भाग्य है कि केंद्र सरकार ने देश को आज अपने जन विरोधी नीतियों, निर्णयों से लोगों की कमर तोड़ दी है।एक तरफ कोरोना का कहर और दूसरी तरफ केंद्र सरकार के मनमाने निर्णयों से देश आज भारी मंदी की मार सह रहा है।