शिलाई : सोशल मीडिया में पहाड़ी मतलब खेड़ी से अपनी पहचान बना चुके रवि चौहान ने अपनी संस्कृति को बचाने व हुनरबाजों को तलाशने की एक अनूठी पहल शुरू की है। इसके लिए खेड़ी ने एक एनजीओ की शुरूआत की है। @pahadispardha_himachal नाम से संस्था का संचालन होगा। इसका उद्देश्य संस्कृति व परंपराओं को बचाना होगा।
इसके तहत ऑनलाइन प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएंगी। इसमें नृत्य, अभिनय, फोटोग्राफी, प्रश्नोत्तरी व शायरी इत्यादि के वर्ग होंगे। शुरूआती चरण में विजेताओं को ई-सर्टिफिकेट दिए जाएंगे। साथ ही संस्था यह भी प्रयास कर रही है कि विजेताओं को प्रोत्साहन के तौर पर नकद राशि भी दी जाए। प्रतियोगिताओं का कोई भी शुल्क नहीं होगा।
रवि चौहान का कहना है कि इससे न केवल संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि ऐसे प्रतिभाशालियों को भी मंच मिलेगा, जो दूरदराज व रिमोट क्षेत्रों में रह रहे हैं, लेकिन प्रतिभा के धनी हैं। रवि चौहान का कहना है कि इसके लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्म का भी इस्तेमाल होगा।
Latest
- एक्सीडेंटल चीफ मिनिस्टर थे जयराम ठाकुर, धूमल चुनाव नहीं हारते तो कभी CM नहीं बनते
- नाहन : ईश्वरम्मा दिवस पर श्लोक उच्चारण प्रतियोगिता में अरिहंत स्कूल की स्नेहा ने मारी बाजी
- चुनाव आयोग की अनुमति के बाद कुल्लू, मंडी, शिमला व किन्नौर जिला के 7 मतदान केंद्र स्थानांतरित
- मंडी : मतदान जागरूकता को लेकर स्वीप कार्यक्रम के तहत पड्डल मैदान में क्रिकेट प्रतियोगिता
- आंगन में खेलते समय पानी के ड्रम में डूबने से 2 वर्षीय बच्ची की मौत