शिमला: लाॅकडाउन के बीच माकपा विधायक राकेश सिंघा के राजधानी शिमला में एसडीएम दफ्तर के गेट पर धरना देने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। घटना के करीब दो हफते बाद शिमला पुलिस ने कार्रवाई करते हुए विधायक के विरुद्ध थाना सदन में आपराधिक मामला पंजीकृत किया है। हालांकि अभी तक पुलिस ने विधायक को न तो पूछताछ के लिए बुलाया है और न ही हिरासत में लिया है।
वीर बहादुर वर्मा की शिकायत पर पुलिस ने विधायक के खिलाफ यह कार्रवाई की है। अधिवक्ता वीर बहादुर वर्मा ने आरोप लगाया है कि ठियोग विस क्षेत्र के विधायक राकेश सिंघा ने एसडीएम शिमला अर्बन के परिसर में धरना देकर पब्लिक अफसरों के कार्य में बाधा पहुंचाई। साथ ही कोरोना को लेकर लगाए गए लाॅकडाउन व कर्फ्यू का भी उल्लंघन किया। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि शिकायत को आधार बनाकर विधायक के विरुद्ध आईपीसी की धाराओं 188, 186, 269 व 270 में केस दर्ज कर कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।
ध्यान रहे कि विधायक सिंघा 20 अप्रैल को धरने पर बैठे थे। उन्होंने शिमला प्रशासन पर मजदूरों को पर्याप्त राशन न देने तथा प्रवासी मजदूरों के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया था। धरने के पहले दिन विधायक गेट पर ही सो गए थे। अगले दिन शाम को उपायुक्त द्वारा आश्वस्त करने के बाद उन्होंने धरना खत्म किया था।