सोलन : राष्ट्रीय एबुलेंस सेवा 108 अपनी बदहाली के लिए मशहूर है। ऐसा ही एक मामला बीती रात्री सामने आया जब एक एम्बुलेंस सोलन के गांधी ग्राम एक मरीज को लेने गई। लेकिन खुद ही वैटिलेटर पर आ गई। 108 के पहियों की हवा निकल गई, वहीं स्टेपनी भी खराब थी, जिससे आधी रात्री में मरीज घंटो ठंड में परेशान दिखाई दिया।
परिजनों ने बताया कि घर में एक छोटे बच्चे की तबीयत अचानक ख़राब हो गई। अस्पताल पहुंचाने के लिए 108 को फ़ोन किया। बच्चे को अस्पताल ले जाते समय रास्ते में अचानक टायर पंचर हो गया। आनन-फानन में टायर को बदलने की प्रक्रिया को शुरू किया गया लेकिन स्टेपनी भी खराब निकली, काफी कोशिशों के बाद भी टायर के नट नहीं खुल पाए। धर्मपुर से दूसरी एम्बुलेंस मंगवाकर करहाते बच्चे को क्षेत्रीय अस्पताल पहुंचाया गया। गनीमत यह रही की मरीज की हालत ज्यादा नाजुक नहीं थी वरना 108 एम्बुलेंस के चक्कर में जान भी जा सकती थी।
यह पहला मामला नहीं है कि जब 108 एम्बुलेंस सड़को पर हांफती हुई नजर आई हो, इससे पूर्व भी राष्ट्पती के कार्यक्रम में 108 को धक्का देकर स्टार्ट करना पडा था। जिसके बाद इस सेवा की खूब फजीहत हुई थी।
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